India News (इंडिया न्यूज), China Warship: चीन ने एक नया और अनोखा विमानवाहक पोत बनाना शुरू कर दिया है, जिसके बारे में जानने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञ उत्सुक हैं। यह युद्धपोत बीजिंग की तेजी से बढ़ती समुद्री शक्ति में कई गुना इजाफा कर सकता है। प्लैनेट लैब्स द्वारा जारी की गई सैटेलाइट तस्वीरों में लॉन्गजू द्वीप पर गुआंगजौ शिपयार्ड इंटरनेशनल में निर्माणाधीन एक विशाल खुले सपाट-शीर्ष वाले जहाज को दिखाया गया है। पूर्व अमेरिकी नौसेना पनडुब्बी कमांडर और अब सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी के फेलो थॉमस शुगार्ट ने कहा, “यह संभावित नया विमानवाहक पोत आकार और रूप में कुछ हद तक असामान्य है। यह चीन के पिछले नौसैनिक विमानवाहक पोतों से बहुत छोटा है।”
दुनिया का पहला नागरिक विमानवाहक पोत बना रहा चीन
शुगार्ट ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि यह जहाज चीनी नौसेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले टाइप 075 उभयचर युद्धपोतों से छोटा है, जो दर्शाता है कि चीन संभवतः दुनिया का पहला स्पष्ट रूप से नागरिक विमानवाहक पोत बना रहा है जो किसी प्रकार के समुद्री अनुसंधान पोत के रूप में काम करेगा। इस नए युद्धपोत के अस्तित्व की रिपोर्ट सबसे पहले ‘द वॉर जोन’ ने दी थी। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, चीन तेजी से अत्याधुनिक युद्धपोतों का निर्माण जारी रखता है, जो अक्सर अमेरिकी विमानवाहक पोत तकनीक से मेल खाते हैं।
अमेरिकी नौसेना को टक्कर देने की तैयारी में चीन
चीन का विमानवाहक पोत फुजियान अब तक का सबसे बड़ा, सबसे आधुनिक और सबसे शक्तिशाली विमानवाहक पोत, इस साल की शुरुआत में अपने पहले समुद्री परीक्षण के लिए समुद्र में उतरा। इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि युद्धपोत 2026 तक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) बेड़े में शामिल हो सकता है। 80,000 टन वजनी फुजियान चीनी सेना के दो सक्रिय विमानवाहक पोतों, 66,000 टन के शांदोंग और 60,000 टन के लियाओनिंग से बहुत बड़ा है, जो इसे सुपर कैरियर श्रेणी में रखता है। केवल अमेरिकी नौसेना के पास फुजियान से बड़े विमानवाहक पोत हैं। चीन की बढ़ती नौसैनिक क्षमताएं क्षेत्रीय सुरक्षा संतुलन को बदल सकती हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन रही हैं।