India News (इंडिया न्यूज), J-10C Fighter Jet : पर उसे भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सके। अब इसी कड़ी में भारत के ऑपरेशन सिंदूर का फायदा उठा कर चीन अपने हथियारों को बेचने का प्लान बना रहा है। पाकिस्तान ने चीन से 20 J-10C की खरीद की है।
अब चीन दूसरे खरीदारों को ढूंढ रहा है जो J-10C खरीद सकें। इसके लिए वो इंडोनेशिया को लुभावने ऑफर के साथ बेचने की तैयारी कर रहा है। भारत की तरफ से करारी मार खाने के बाद चीन अपने रक्षा उपकरणों को वॉर टेस्टेड बताकर ऑफर के साथ बेचने में जुट गया है।
J-10C Fighter Jet : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से चीन उठाना चाह रहा है बड़ा फायदा…
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडोनेशिया सरकार J-10 फाइटर जेट की खरीद का व्यवहार्यता आकलन करने जा रही है। रिपोर्ट की मानें तो अब बांग्लादेश भी 16 J-10C खरीदने की योजना बना रहा है। चीन और पाकिस्तान के संयुक्त उत्पाद JF-17 को भी बेचने के लिए नया खरीदार मिल गया है। पाकिस्तान सरकार का दावा है कि अजरबैजान ने 40 JF-17 का सौदा किया है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने सीसीटीवी न्यूज, बीजिंग न्यूज, सिना मिलिट्री, रेफरेंस न्यूज और दो दर्जन से ज्यादा वीबो हैंडल समेत अपने सभी मीडिया संस्थानों पर फर्जी खबरों में J-10C और PL15 एयर-टू-एयर मिसाइल की तारीफ करनी शुरू कर दी। इतना ही नहीं मिसाइल को बेचने के लिए चीन ने PL15 को अमेरिकी अमराम AIM 120 और फ्रांस की मेटियोर मिसाइल से भी बेहतर बताया।
जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका के बाद चीन दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जिसने पांचवीं पीढ़ी के दो विमान बनाने का दावा किया है। हालांकि अमेरिका पहले भी अपने स्टील्थ फाइटर जेट का इस्तेमाल युद्ध में कर चुका है। दूसरी तरफ चीन के दोनों पांचवीं पीढ़ी के विमान चीन के आसमान में उड़ान भर रहे हैं। जे-35 का पहला प्रोटोटाइप साल 2012 में तैयार किया गया था। इसका नाम एफसी-31 रखा गया था। चीन ने इसे अपने एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए विकसित किया था।
उसके बाद इसका नाम बदलकर जे-35 कर दिया गया। चीन ने न सिर्फ अमेरिका के एफ-35 की नकल की है, बल्कि उसे एफ-22 की नकल करने का भी डर है, इसलिए वह अपने मित्र देशों को एफ-22 बेचने से बच रहा है।