India News (इंडिया न्यूज), China Japan Tensions: दुनिया इस समय कई जंगों से गुजर रहा है। एक तरफ यूक्रेन और रूस हैं तो दूसरी तरफ इजरायल के साथ हमास, हिजबुल्लाह और ईरान है। इस बीच सवाल उठ रहा है कि चीन भी जंग की तैयारी में लग गया है। दरअसल, यह सवाल इसलिए सामने आ रहा है, क्योंकि कुछ दिन पहले ही चीनी नौसेना के एक जहाज ने फिलीपींस के जहाज को टक्कर मार दी थी। इसके कोस्टगार्ड को दक्षिण चीन सागर के एक द्वीप पर खाद्य सामग्री ले जाने से रोक दिया गया था। अब जापान ने आरोप लगाया है कि चीन ने उसके इलाके में जासूसी विमान भेजा है। जवाब में जापान ने भी अपने लड़ाकू विमानों को अलर्ट कर दिया है।

जापान-चीन में फिर बढ़ी टेंशन

बता दें कि, पहली बार जापान के इलाके में कोई चीनी विमान घुसा है। यह घटना सुबह 11:29 बजे हुई। चीन का वाई-9 निगरानी विमान करीब दो मिनट तक जापान के हवाई क्षेत्र में डेंजो द्वीप के आसपास उड़ता रहा। जापानी सेना को लगा कि चीन कुछ कर रहा है, इसलिए उसने तुरंत अपने लड़ाकू विमान उसके पीछे भेज दिए। जापान ने चीन के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया और चेतावनी दी कि अगर ऐसा दोबारा हुआ तो इसके परिणाम बुरे होंगे। वहीं कुछ देर बाद चीन ने भी बयान जारी किया।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि हम जापान के दावे की पुष्टि कर रहे हैं कि क्या वाकई ऐसा कुछ हुआ है। दोनों देशों के बीच संवाद का एक चैनल है। मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि चीन का कभी भी किसी दूसरे देश में घुसपैठ करने का कोई इरादा नहीं रहा है।

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क्यों चिढ़ा है चीन?

दरअसल, यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब साउथ चाइना सी में तनाव काफी बढ़ गया है। इस इलाके में अमेरिका अपना दखल बढ़ा रहा है। उसने अपने जहाज भी उतारे हैं, जिससे चीन काफी चिढ़ा हुआ है। वह साउथ चाइना सी के ज्यादातर इलाके को अपना बताता है। वह फिलीपींस के कई द्वीपों पर भी दावा करता है। वह उनकी नौसेना को भी नहीं जाने देता। इसे लेकर अक्सर दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति बनी रहती है। कुछ महीने पहले ही चीन का एक जहाज फिलीपींस के जहाज के काफी करीब आ गया था। उस वक्त दोनों के बीच सिर्फ 5 मीटर की दूरी थी।

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