इंडिया न्यूज, ताइपे सिटी (China Taiwan Dispute): चीन की सेना ने ताइवान के आसपास अपने विभिन्न मिलिट्री टास्क को पूरा कर लिया है। इसके बावजूद चीनी फौज ताइवान के चारों ओर नियमित गश्त कर रही है। यह सब दर्शाता है कि चीन ताइवान पर हमले की पूरी तैयारी में है। ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि चीन का असली इरादा ताइवान पर आक्रमण करना है और यह युद्धाभ्यास उसी की तैयारी है। इस अभ्यास के जरिये चीन चाहता है कि अन्य देश ताइवान की मदद के लिए आगे न आएं। यह अभ्यास ताइवान से परे चीन की भू-राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है।

गौरतलब है कि जब से अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया है, तब से चीन ने ताइवान के प्रति आक्रामक रवैया अपनाया हुआ है। चीन ने चारों ओर से ताइवान का घेरा हुआ है और समुद्र से लेकर आकाश तक मिलिट्री ड्रिल कर रहा है। चीन की इस मिलिट्री ड्रिल पर दुनिया के कई देश एतराज जता चुके हैं। लेकिन चीन अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है।

ताइवान ने भी शुरू किया युद्धाभ्यास

वहीं अब चीन के युद्धाभ्यास की अवधि खत्म होने के बावजूद उसे बढ़ाने के बाद ताइवान पूरी तरह से अलर्ट है। ताइवान ने भी युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। ताइवान का युद्धाभ्यास शुरू करना एक बड़ी घटना है जिसे चीन को चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। ताइवानी विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट के रास्ते चीन पूर्वी और दक्षिणी चीन सागर पर कब्जा करना चाहता है। हालांकि ताइवान को अमेरिका का सीधा समर्थन प्राप्त है। इसलिए चीन भी सूझ बूझ के साथ कदम रख रहा है।

होवित्जर तोपों की तैनाती करेगा ताइवान

ताइवान ने सैन्य अभ्यास के दौरान तोपों से गोले दागे और जमीनी सैन्य अभ्यास किया गया। इसके अलावा ताइवान अब चीनी सीमा पर होवित्जर तोपों की तैनाती भी करेगा। इस बात की पुष्टि आठवीं आर्मी कॉर्प्स के प्रवक्ता ए लू वी जे ने की है। लू का कहना है कि ताइवान का यह सैन्य अभ्यास पहले से ही तय था। मंगलवार को जब सैन्य अभ्यास के दौरान तोप से आखिरी गोला दागा गया तो उस ताइवान के सैनिक चिल्लाए हमारा मिशन पूरा हुआ।

ये भी पढ़ें : रूस ने निप्रॉपेट्रोस्क में किया हमला, 13 की मौत

ये भी पढ़ें : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के घर पर एफबीआई की छापेमारी

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube