China-Taiwan relations

इंडिया न्यूज, बीजिंग:

China-Taiwan relations चीन हमेशा से ही ताइवान पर अपना हक जमाता आया है। पिछले कुछ समय से चीन ने अपनी विस्तारवादी नीति को और भी ज्यादा आक्रामक बनाते हुए ताइवान पर पूरी तरह से कब्जा करने का ऐलान कर दिया था। इस बारे चीन ने कहा था कि वह ताइवान पर किसी भी तरीके से हक पाना चाहता है। उधर चीन के विरोध में ताइवान के लोग हमेशा ही प्रदर्शन करते रहे हैं। उनका कहना है कि वे खुश है और चीन उनके देश पर अपना हक जताना बंद करे।

China-Taiwan relations ताइवान की आजादी के समर्थक बर्दाश्त नहीं

चीन-ताइवान की आजादी का समर्थन करने वाले लोगों को आजीवन अपराधी बनाएगा। यह बात चीन के ताइवान मामलों के आॅफिस के प्रवक्ता जू फेंग्लियन ने कहा है। यह पहली बार है जब चीन ने ताइवान की आजादी के समर्थकों खुले तौर पर धमकी दी है। हालिया दिनों में चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ा है। ताइवान लगातार बीजिंग के बढ़ते दबाव का सामना कर रहा है।

China-Taiwan relations अमेरिका और यूरोप कर रहे ताइवान का समर्थन

चीन द्वारा ताइवान पर अपना स्वामित्तव दर्शाने के बाद अमेरिका खुलकर चीन का विरोध कर रहा है। यहां तक की उसने चीन के विरोध में ताइवान को हर संभव सहायता का ऐलान कर दिया है वहीं गत दिनों यूरोप के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी ताइवान का दौरा किया और कहा कि यूरोप ताइवान के साथ मजबूत संबंध चाहता है।

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