इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Clash in Pakistan: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में इन दिनों हालात काबू से बाहर नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर हो रही है, और इसके बेकाबू होते आतंकी संगठन। इमरान सरकार की बातचीत तहरीक-ए-लब्बैक के साथ बेनतीजा होने के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बुधवार को टीएलपी के समर्थकों और पुलिस के बीच हुई ताजा झड़प में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम पांच लोगों की मौत की खबर आ रही है। इस्लामी कट्टरपंथियों ने इस्लामाबाद कूच करने का एलान भी किया है जिससे इमरान सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं।
Clash in Pakistan फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की मांग खारिज
इमरान खान सरकार ने पार्टी प्रमुख साद रिजवी को रिहा करने और फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की टीएलपी समर्थकों की मांगों को खारिज कर दिया है। पाकिस्तानी गृह मंत्री शेख राशिद ने बयान दिया है कि सरकार फ्रांसीसी राजदूत को निकालने की टीएलपी की मांग को पूरा नहीं कर सकती है। सरकार के रुख को देख कर टीएलपी ने भी लड़ाई तेज करने का एलान कर दिया है। टीएलपी ने अपने समर्थकों से इस्लामाबाद कूच करने के निर्देश दिए हैं। टीएलपी के इस निर्देश पर सरकार ने इस्लामाबाद को छावनी में तब्दील करने का फैसला दे दिया है।
Clash in Pakistan कार्यकर्ताओं ने शुरू किया इस्लामाबाद की ओर मार्च
टीएलपी के इस आह्वान पर प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के 10 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद की ओर मार्च शुरू कर दिया है। ये समर्थक पिछले तीन दिनों से जीटी रोड पर मुरीदके और गुजरांवाला के बीच डेरा डाले हुए थे। टीएलपी के संस्थापक दिवंगत खादिम रिजवी के बेटे साद रिजवी को पंजाब सरकार ने पिछले अप्रैल से ‘सार्वजनिक व्यवस्था’ (एमपीओ) के तहत हिरासत में लिया है। टीएलपी ने सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए दो दिन का समय दिया था।
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