India News (इंडिया न्यूज), Dalai Lama : तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के चुनाव में चीन ने एक बार फिर से दखल देने की कोशिश की है। बीते शुक्रवार (10 नवंबर) को चीन की ओर से कहा गया कि मौजूदा 88 वर्षीय दलाई लामा का कोई भी उत्तराधिकारी चीनी सीमा के अंदर से चुना जाना चाहिए और इसके लिए चीन की अनुमति लेनी जरूरी है।
खबर एजेंसी की मानें तो चीन सरकार ने एक श्वेत पत्र भी जारी किया है। जिसके अनुसार दलाई लामा और पंचेन रिनपोचे सहित तिब्बत में रह रहे सभी अवतरित बुद्ध को चीन की सीमा के अंदर से ही उत्तराधिकारी ढूंढना होगा। परंपरा के मुताबिक सोने के कलश से लॉटरी निकाल कर निर्णय लिया जाएगा और इसके पहले चीन सरकार की अनुमति अनिवार्य होगी।
भारत को ललकारने की कोशिश
अपने श्वेत पत्र में चीन ने भारत को भी आंख दिखाई है। चीन ने सीमा पर बने इंफ्रास्ट्रक्चर का जिक्र करते हुए है कि तिब्बत, नेपाल के जरिये रेल व सड़क संपर्क के साथ दक्षिण एशिया के लिए एक द्वार बनने वाला है। बता दें कि चीन जिस हिस्से को तिब्बत कह रहा है वह भारत का अरुणाचल प्रदेश है। चीन तिब्बत को शिजांग कहता है।
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