India News (इंडिया न्यूज़),Lebanon Pager Blast:लेबनान में लगातार दूसरे दिन धमाके हो रहे हैं। मंगलवार को पेजर में धमाके हुए थे, जबकि आज सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में धमाके हो रहे हैं। इसमें लैपटॉप, वॉकी-टॉकी और मोबाइल शामिल हैं। कई शहरों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक घंटे में बेरूत, बेका, नबातियेह और दक्षिणी लेबनान में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि घरों में मोबाइल फोन के साथ-साथ अन्य डिवाइस भी फट रहे हैं। कुछ इमारतों में आग लग गई है। पूरे दक्षिणी लेबनान और बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में धमाकों की आवाजें सुनी जा रही हैं।
पेजर विस्फोट की घटनाओं में मारे गए हिजबुल्लाह के लड़कों और बच्चों के अंतिम संस्कार के दौरान भी कई धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं। हिजबुल्लाह ने मंगलवार को कहा था कि ये हमले इजरायल ने किए हैं। इस दावे के बाद आज हुए हमले संकेत देते हैं कि उसका संचार नेटवर्क निशाने पर है। लेबनान और सीरिया में जिन पेजर में विस्फोट हुआ, वे हंगरी की एक कंपनी ने बनाए थे। यह ताइवान की कंपनी गोल्ड अपोलो का बयान है।
चौंकाने वाला दावा
गोल्ड अपोलो का दावा है कि बुडापेस्ट की एक दूसरी कंपनी ने ये पेजर बनाए हैं। जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि डिलीवरी से पहले पेजर में विस्फोटक सामग्री डाली गई थी। मंगलवार को हुए धमाके में दो बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो गई। 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए। हिजबुल्लाह और लेबनान सरकार दोनों का कहना है कि ये हमले इजरायल ने किए हैं। इस बीच एक अमेरिकी अधिकारी ने चौंकाने वाला दावा किया। उन्होंने कहा कि हमले के बाद इजरायल ने अमेरिका को इसकी जानकारी दी थी। पेजर में थोड़ी मात्रा में विस्फोटक था।
धमाकों के पीछे इजरायल का हाथ
अल मनार की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को लेबनान के कई इलाकों में धमाके हुए। ये धमाके वॉकी-टॉकी में हुए। हिजबुल्लाह ने जिन पेजर का इस्तेमाल किया, उनमें धमाका हंगरी की एक कंपनी ने किया था। इन धमाकों के पीछे इजरायल का हाथ है। इन धमाकों के बाद इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनातनी और बढ़ गई है।
एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, उनके वरिष्ठ मंत्री, आईडीएफ के प्रमुख और खुफिया एजेंसियों ने मिलकर हिजबुल्लाह को पता चलने से पहले पेजर ब्लास्ट करने का फैसला किया। बताया जाता है कि इजराइल की चिंता अल-मॉनीटर की एक रिपोर्ट के बाद बढ़ गई थी, जिसमें बताया गया था कि हिजबुल्लाह के दो लड़ाकों ने पेजर को लेकर संदेह जताया था।