India News (इंडिया न्यूज), Donald Trump H1B Visa: डोनाल्ड ट्रंप ने जब से कुर्सी संभाली है, तब से अमेरिकी की आक्रामक पॉलिसी दुनिया के कई देशों के लिए सिरदर्द बन गई हैं। जिसमें से एक एच-1बी वीजा का मसला भी है। सबसे ज्यादा भारत को प्रभावित करने वाले इस मुद्दे से ट्रंप के 4 करीबियों का नाम जुड़ रहा है, जो एक तरह से भारत विरोधी काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जहां एक तरफ ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति के तहत ट्रंप एच-1बी वीजा को लेकर कड़े फैसले का ऐलान कर चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी टीम में ही दो-फाड़ की स्थित हो गई है।
कौन हैं Trump के वो 3 करीबी?
जिस एच-1बी वीजा कार्यक्रम के तहत लाखों भारतीय, अमेरिका में नौकरियां पा रहे हैं, उसी कार्यक्रम का विरोध ट्रंप की टीम के 3 बड़े लोग पुरजोर तरीके से कर रहे हैं। भारत विरोधी इस काम से ट्रंप के गृह सुरक्षा और नीति विभाग में डिप्टी सलाहकार स्टीफन मिलर का नाम जुड़ रहा है, इसके अलावा व्हाइट हाउस के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी स्टीव बैनन का दावा है कि एच-1बी वीजा कार्यक्रम से अमेरिकी श्रमिक कमजोर हो रहे हैं। ट्रंप के तीसरे करीबी और मीडिया पर्सनैलिटी टक्कर कार्लसन भी इस वीजा के विरोधी हैं और अमेरिकियों की नौकरियों को खतरा बता रहे हैं।
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भारत को क्या नुकसान?
दरअसल, एच-1बी वीजा कार्यक्रम का सबसे ज्यादा फायदा भारत को मिलता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एच-1बी वीजा का करीब 70 फीसदी भारतीयों को दिया जाता है। दावा है कि इस पॉलिसी की वजह से अमेरिका में भारतीयों की संख्या बढ़कर लाख हो गई है। हालांकि, इसके साथ ही अमेरिका को भी लाभ मिला है और यहां पर टेक्नोलॉजी समेत अन्य कई सेक्टर्स में अच्छा-खासा विकास देखने को मिला है।
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