India News (इंडिया न्यूज), Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का नतीजा सामने आ चुका है। जिसमें रिपब्लिकन उम्मीदवार और देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हरा दिया है। वहीं सत्ता संभालने से पहले है ट्रंप के पास कई जिम्मेदारियां हैं। जिसमें सबसे ऊपर दुनिया के दो कोनों में चल रहे दो युद्ध को खत्म कराने की जिम्मेदारी होगी। जिसमें एक तरफ रूस-यूक्रेन युद्ध है तो दूसरी तरफ मध्य-पूर्व में इजरायल की हिजबुल्लाह, हमास और ईरान से युद्ध शामिल है। दरअसल, इजरायली हमले की वजह से हिजबुल्लाह की कमर टूट चुकी है। वहीं सत्ता संभालने से पहले ही ट्रंप युद्ध को रोकने की कोशिश में जुट गए हैं। इसी वजह से ट्रंप अब अपने विशेष दूत को लेबनान की राजधानी बेरूत भेज रहे हैं।
कौन है ट्रंप के तुरुप का इक्का?
बता दें कि, अमेरिका के विशेष दूत अमोस होचस्टीन अगले हफ्ते वाशिंगटन से सीधे बेरूत जाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि वह इस दौरान इजरायल नहीं जाएंगे। जिसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि नेतन्याहू नाराज हो सकते हैं। संभावना है कि युद्ध विराम समझौता हो जाएगा और अमेरिकी प्रशासन को विशेष दूत होचस्टीन के दौरे और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के प्रयासों पर भरोसा है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप ने खुद होचस्टीन को लेबनान की राजधानी बेरूत जाने को कहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने विशेष दूत होचस्टीन से कहा है कि जाओ अपना काम खत्म करो और लेबनान के साथ समझौता करो। इसका मतलब है कि मामला बातचीत में सफलता हासिल करने का है।
ट्रंप कर चुके हैं युद्ध खत्म करने की वकालत
इससे पहले अमेरिका के होने वाले 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई मौकों पर युद्ध खत्म करने का संकेत दे चुके हैं। अमेरिकी चुनाव नतीजों के दिन अपने विजय भाषण में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि मैं युद्ध शुरू नहीं करूंगा, बल्कि इसे खत्म करने में मदद करूंगा। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध अब खत्म हो जाना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव अभियान के दौरान इन युद्धों को लेकर कमला हैरिस और बाइडेन प्रशासन पर खूब हमला बोला था। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि उनके शासन में एक भी युद्ध शुरू नहीं हुआ।