इंडिया न्यूज़: मिस्र (Egypt) के बेरेनिस बंदरगाह के करीब खोदाई में भगवान बुद्ध की प्राचीन मूर्ति मिली है। यह मूर्ति रोमन शासन के दौरान भारत व मिस्र के व्यापारिक संबंधों पर प्रकाश डालती है। रोमन शासन 27 ईसा पूर्व से 476 ईस्वी तक रहा था। यहां से संस्कृत में लिखा एक शिलालेख भी मिला है। वहीं, मंदिर के बारे में ग्रीक में लिखा शिलालेख भी मिला है।
- पत्थर से बनी है मूर्ति
- मूर्ति के पैरों के करीब कमल का है फूल
- भारत व मिस्र के व्यापारिक संबंधों पर प्रकाश डालती है मूर्ति
मूर्ति का दाहिना हिस्सा और उसका दाहिना पैर गायब है, मूर्ति की ऊंचाई में 71 सेंटीमीटर है और बुद्ध के सिर के चारों ओर एक प्रभामंडल है। मूर्ति के पैरों के करीब कमल का फूल है। पुरातात्विक मिशन की पॉलिश टीम की प्रमुख डॉ. मारियस गोयजादा ने कहा, खोजी गई मूर्ति पत्थर से बनी है। इस पत्थर को इस्तांबुल के दक्षिण में एक क्षेत्र से निकाला गया था। पुरातत्व की सर्वोच्च परिषद के महासचिव डॉ. मुस्तफा वजीरी ने कहा कि बुद्ध प्रतिमा की खोज ने रोमन युग के दौरान मिस्र और भारत के बीच व्यापार संबंधों के अस्तित्व का महत्वपूर्ण सबूत प्रदान किया। यह मंदिर यहां आने वाले भारतीय व्यापारियों के लिए बनाया गया था।