इंडिया न्यूज, श्रीनगर :
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला को तालिबान से बेहतर तरीके से हुकूमत चलाने की उम्मीद है। बुधवार को उन्होंने यहां कहा कि अफगानिस्तान एक अलग देश है और जो वहां पर आए हैं उन्हें अब उस मुल्क को संभालना है। उन्होंने कहा, मैं उम्मीद करूंगा कि वे सभी से इंसाफ करेंगे और इस्लामी उसूल पर अच्छी हुकूमत चलाएंगे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तालिबान को हर मुल्क के साथ दोस्ताना ताल्लुक पैदा करने की कोशिश करनी चाहिए। आपको बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद शासन को लेकर लगभग हर देश ने चिंता व्यक्त की है। मंगलवार को तालिबान की अंतरिम सरकार की रूपरेखा दुनिया के सामने रखा गया। विदेश मामलों के जानकारों और अफगानिस्तान पर बारीक नजर रखने वालों का यह भी मानना है कि अफगानिस्तान की नई सरकार पर पाकिस्तान की दखल रहेगी। वह तालिबान की मदद से कश्मीर में भारत को परेशन करने की कोशिश कर सकता है। हालांकि इसकी सफलता पर हर किसी को संशय है। इससे पहले पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को मंगलवार को नजरबंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस कदम से सरकार के जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के दावों की सच्चाई सामने आ गई है। उन्होंने केन्द्र पर भी आरोप लगाया कि जहां भारत सरकार अफगानिस्तान में लोगों के अधिकारों के लिए चिंता व्यक्त कर रही है, वहीं कश्मीरियों को उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है।