India News (इंडिया न्यूज़), Mohamed Muizzu on India Out: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि उन्होंने कभी भी ‘इंडिया आउट’ नीति का पालन नहीं किया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भारतीय सैनिकों को मालदीव छोड़ने का आदेश दिया क्योंकि, विदेशी सैनिकों की मौजूदगी एक गंभीर समस्या है और उनके देश के लोग अपनी जमीन पर विदेशी सैनिकों को नहीं चाहते हैं। मुइज्जू ने ये बातें अपने भारत दौरे से कुछ समय पहले कही हैं। मालदीव के राष्ट्रपति अगले महीने यानी अक्टूबर में दिल्ली आ सकते हैं।
मुइज्जू ने मालदीव के न्यूज पोर्टल adhadhu.com से बातचीत में कहा, ‘हम कभी किसी एक देश के खिलाफ नहीं रहे हैं। हमने कभी इंडिया आउट की बात नहीं की लेकिन सच्चाई यह है कि मालदीव के लोग अपनी जमीन पर एक भी विदेशी सैनिक नहीं चाहते हैं और हम इस भावना का सम्मान करते हैं। मोहम्मद मुइज्जू फिलहाल संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका में हैं।
भारत के लिए मुइज्जू के मुह से टपक रहा शहद
मुइज्जू ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जिन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गलत टिप्पणी की। नरेंद्र मोदी पर मालदीव के कुछ नेताओं की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए मुइज्जू ने जोर देकर कहा कि किसी को भी ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए। मैं किसी का इस तरह अपमान स्वीकार नहीं करूंगा, हर इंसान की एक गरिमा होती है। भारत और मालदीव के बीच संबंध पिछले साल नवंबर से गंभीर तनाव में आ गए थे, जब मुइज्जू ने ‘इंडिया आउट’ के नारे पर चुनाव जीतकर मालदीव के राष्ट्रपति का पद संभाला था। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के एक दिन बाद मुइज्जू ने भारत सरकार से अपने सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने को कहा था। इस साल जनवरी में पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद भी भारत और मालदीव के बीच कड़वाहट बढ़ गई थी, जब सोशल मीडिया पर दोनों तरफ से तीखे बयान दिए गए थे।
मालदीव के विदेश मंत्री ने भी भारत की खूब तारीफ की
मुइज्जू के इंडिया आउट अभियान की बात करें तो उन्होंने 2020 में तत्कालीन राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह की नीतियों के खिलाफ विपक्षी नेता के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान इस अभियान की शुरुआत की थी। सोलिह को भारत समर्थक माना जाता है। मुइज्जू ने चुनावों में मालदीव में भारतीय सैनिकों की मौजूदगी को बड़ा मुद्दा बनाया था। हालांकि, हाल के दिनों में उनकी सरकार भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने की कोशिश करती नजर आई है। हाल ही में मालदीव के विदेश मंत्री ने भारत की खूब तारीफ की थी।