सिडनी। Australia के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने मंगलवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को देश में आने के लिए अगले साल तक इंतजार करना होगा। वहीं कार्य कुशल प्रवासियों और छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मॉरिसन ने कहा कि उम्मीद है कि मंगलवार को देश में टीकाकरण का दायरा उस सीमा तक पहुंच जाएगा कि 16 साल या उससे अधिक उम्र के 80 प्रतिशत उन लोगों को प्रतिबंधों में ढील दी जा सकेगी, जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं।
इससे पहले बीते हफ्ते प्रधानमंत्री ने वैक्सीन ले चुके नागरिकों और स्थायी निवासियों को विदेश यात्रा करने की अनुमति देने की योजना का खाका पेश किया था। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के बाद अगली प्राथमिकता पर्यटकों के बजाय कार्य कुशल प्रवासियों और अंतरराष्ट्रीय छात्रों को दी जाएगी।
कोरोना वायरस महामारी से जुड़े प्रतिबंधों के कारण द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से आस्ट्रेलिया में आप्रवासन अपने सबसे निचले स्तर पर है। महामारी का प्रभाव देश के विश्वविद्यालयों पर भी पड़ा है, जो विदेशी छात्रों द्वारा दी जाने वाली फीस पर काफी हद तक निर्भर हैं।
पर्यटन इंडस्ट्री को हो रहा नुकसान
मॉरिसन ने कहा, सरकार की अगली प्राथमिकता कुशल प्रवासियों से जुड़ी है, जो देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग गई हैं। इसके साथ वो छात्र भी हमारे लिए जरूरी हैं, जो आस्ट्रेलिया में पहले से पढ़ाई कर रहे हैं या यहां पढ़ने के लिए आ रहे हैं।
हम दूसरे देशों से लोगों को आने देंगे, लेकिन मेरे हिसाब से ऐसा अगले साल ही हो पाएगा। आस्ट्रेलियाई पर्यटन निर्यात परिषद चाहता है कि विदेशी पर्यटक मार्च तक वापस आ जाएं। इस क्षेत्र ने महामारी से पहले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों से एक साल में 45 बिलियन आस्ट्रेलियाई डॉलर (33 बिलियन डॉलर) कमाए थे। लेकिन इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
डेल्टा वेरिएंट का प्रकोप जारी
आस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में जून महीने से कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। जिसके चलते सरकार ने टीकाकरण की गति बढ़ा दी है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने की कोशिश हो रही है।
विक्टोरिया राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के रिकॉर्ड 1763 नए मामले दर्ज किए गए हैं। यहां एक दिन में चार मौत भी हुई हैं। यह आस्ट्रेलिया का दूसरा बड़ी आबादी वाला राज्य है। इससे पहले 10 सितंबर को न्यू साउथ वेल्स में 24 घंटे के भीतर रिकॉर्ड 1599 मामले सामने आए थे। सितंबर के मध्य से आस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य के अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने की दर भी बढ़ी है।