India News (इंडिया न्यूज), Future Of POK: भारत और पाकिस्तान के बीच आजादी के समय से ही कश्मीर विवाद का मुद्दा रहा है। जहां एक तरफ भारत पुरे कश्मीर पर अपना दावा ठोकता है, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भी शामिल है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान भी भारत के अभिन्न अंग कश्मीर पर अपना दावा करता है। वहीं पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। जिसको लेकर भारत की जनता बहुत गंभीर है। वहीं भारत ने हमेशा पीओके को अपना अभिन्न अंग माना है। भारत सरकार और भारतीय लोगों ने इसे भारत का हिस्सा मानते हुए इसकी वापसी के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।

POK को लेकर AI ने क्या कहा?

बता दें कि, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर AI ने कहा कि एक संभावित समाधान यह हो सकता है कि भारत और पाकिस्तान आपसी राजनीतिक बातचीत और समझौते के जरिए इस मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान निकालें। यह रास्ता कठिन है, लेकिन इस पर चर्चा की गई है। वहीं अगर पीओके में रहने वाले लोग भारत में विलय की मांग करते हैं और एक जन आंदोलन खड़ा होता है, तो यह स्थिति बदल सकती है। यह परिदृश्य इसलिए भी बहुत जटिल है क्योंकि स्थानीय लोगों की राय और पाकिस्तानी सरकार की प्रतिक्रिया इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय समुदाय जैसे संयुक्त राष्ट्र या अन्य बड़े देश पाकिस्तान पर पीओके को भारत को सौंपने के लिए दबाव डाल सकते हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत और पाकिस्तान के संबंधों पर किसी तीसरे पक्ष का प्रभाव सीमित है।

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कब तक भारत का हिस्सा होगा POK?

AI के अनुसार, दूसरा विकल्प यह हो सकता है कि भारत सैन्य कार्रवाई करे, लेकिन यह जोखिम भरा विकल्प है। इसकी संभावना कम है क्योंकि इससे क्षेत्र में अस्थिरता और संघर्ष बढ़ सकता है। वहीं कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार, 60% भारतीय मानते हैं कि 2050 तक POK भारत का हिस्सा बन सकता है। साथ ही कुछ विशेषज्ञों का मानना ​​है कि 2050 तक POK की स्थिति वैसी ही बनी रह सकती है क्योंकि इसके लिए राजनीतिक और सैन्य स्तर पर बड़े बदलावों की आवश्यकता होगी। इसके अलावा ये सभी अनुमान विश्वसनीय नहीं हैं और भविष्य की घटनाओं के बारे में कोई निश्चितता नहीं है।

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