India News (इंडिया न्यूज),Gaza Water Crisis: इजराइल-गाजा के बीच युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच सैटेलाइट से कुछ तस्वीर और वीडियो सामने आया है, जिसने दिल को दहला दिया है। इस 10 महीने लंबे हमलों में इजराइल ने गाजा के कई जल सुविधाओं को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इजराइल ने हाल ही में कनाडा वाटर जलाशय पर विस्फोट किया जो करीब डेढ़ लाख लोगों को पीने का पानी देता था। इस घटना ने विनाशक अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन किया है। कई वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमे छोटे बच्चे गंदे नाली का पानी पीते दिख रहे है।
फिलिस्तीनियों को हो रही पानी की कमी
जल संयंत्र में विस्फोट से पहले ही, इजरायल की नाकाबंदी ने गाजा में जलाशय और अन्य जल प्रणालियों को संचालित करने के लिए आवश्यक ईंधन और बिजली की आपूर्ति को काट दिया था। फिलिस्तीनियों को अब पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है, जहाँ प्रति व्यक्ति प्रति दिन केवल 4.74 लीटर पानी उपलब्ध है। भीषण गर्मी ने जल संकट को खतरनाक स्तर तक बढ़ा दिया है, जिससे गाजा पट्टी में गंभीर बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ गया है।
फिलिस्तीनियों को बुनियादी जरूरतों के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण दूषित पानी का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। वही मुसलमानों की नमाज से पहले वजू करने के लिए भी पानी नहीं मिल रहा है। गाजा पट्टी में रहने वाली गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए स्थिति और भी अधिक गंभीर है, जिन्हें पानी की कमी के कारण जटिलताओं और कुपोषण का अधिक जोखिम है।
सोने के भाव बिक रहा पानी
सहायता प्रदान करने के इजरायल के दावों के बावजूद, राहत कार्यकर्ताओं का तर्क है कि यह आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। वही राहतकर्मियों ने इजराइल पर आरोप लगाते हुए कहा, “वो सहायता की पहुंच को रोक रहे है और राहत कर्मियों के काफिलों पर हमला कर रहे है।” वहां सोने से ज्यादा महंगा पीने का पानी मिल रहा है। जितना है भी वो पर्याप्त नहीं है। महंगा इतना है कि पानी खरीदना आम आदमी के वश की बात नहीं है।
अभी भी कुछ एजेंसियां राहत कार्य कर रही है। लेकिन ये लाभ सभी को नहीं मिल पा रहा है।
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