India News (इंडिया न्यूज), Syria New Interim President : सीरिया में बशर अल-असद का 50 वर्षों से चले आ रहे शासन का अंत हो चुका है। विद्रोही के डर की वजह से असद देश छोड़कर रूस में जाकर छिपे हुए हैं। वहीं बुधवार (29 जनवरी) को सीरिया में एक नया उदय देखने को मिला, जब हमद अल-शरा को देश का अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया गया और उन्हें विधायिका बनाने का दायित्व सौंपा गया। याद दिला दें कि 8 दिसंबर को इस्लामी विद्रोही गठबंधन हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व में विद्रोहियों ने असद को सत्ता से बेदखल कर दिया था।

सीरिया की समाचार एजेंसी SANA के मुताबिक, सैन्य अधिकारी हसन अब्देल गनी ने घोषणा की कि अहमद अल-शरा देश में अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर काम करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सीरिया का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके अलावा एक नई अस्थायी विधान परिषद का गठन किया जाएगा। वहीं 2012 के संविधान को निलंबित और असद सरकार की संसद को भंग कर दिया गया है।

Reagan Airport Plane Crash:अमेरिका के आसमान में आपस में भिड़े पैसेंजर प्लेन और हेलिकॉप्टर, घटना का Video देख दहल जाएगा कलेजा

कौन है अहमद अल-शरा?

सीरिया के नए अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा 2017 से हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेता के रूप में काम कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये समूह सीरिया में अल-कायदा से निकला विद्रोही गुट है, जिसने 2024 में बशर अल-असद को सत्ता से हटा दिया है। HTS का गठन 2016 में अल-नुसरा फ्रंट से अलग होकर किया गया था, जिसने उत्तर-पश्चिमी इदलिब को अपना गढ़ बना लिया है। इसके अलावा UN, अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने HTS को आतंकवादी संगठन घोषित किया है।

असद के सत्ता से हटने के बाद से कट्टरपंथी बयानबाजी के लिए जाने-जाने वाले HTS ने सीरिया के धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की बात कही है। शायद इसी वजह से पश्चिमी राजनयिकों का एक समूह सीरिया का दौरा कर रहा है ताकि नई सरकार के साथ संवाद स्थापित किया जा सके।

क्या बदलेगी सीरिया में स्थिती?

देश के नए अंतरिम राष्ट्रपति शरा ने कहा कि देश में संविधान को फिर से लिखने में तीन साल लग सकते हैं। इसके अलावा चुनावों की प्रक्रिया को पूरा करने में चार साल तक का समय लग सकता है। 2011 में शुरू हुए गृहयुद्ध में 500,000 से अधिक लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हो गए। अब देखना ये होगा कि नई सरकार कैसे सीरिया में स्थिती को सही करती है।

निज्जर हत्या मामले में भारत का नहीं है कोई हाथ, जांच में हुआ बड़ा खुलासा, खुल गया Trudeau का काला चिट्ठा