India News (इंडिया न्यूज),Israel–Hamas War:इजराइली सेना ने रविवार को एक बार फिर गाजा शहर पर हवाई हमले किए हैं। गाजा की नागरिक सुरक्षा बचाव टीम ने बताया कि इजराइल ने स्कूल में शरण लिए लोगों पर हवाई हमला किया है। इस हमले में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इजराइली सेना का कहना है कि उसने हमास के आतंकियों को निशाना बनाया है। इजराइली सेना और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण गाजा पट्टी के 24 लाख लोगों में से अधिकांश लोग कम से कम एक बार विस्थापित हो चुके हैं। इसकी शुरुआत 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले से हुई थी। इसके बाद गाजा के कई लोगों ने स्कूल की इमारतों में शरण ली। गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि ऐसे कई विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे, जहां हमले हुए। इजराइली सेना नागरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बसल ने बताया कि अल-शाती शरणार्थी शिविर में काफ्र कासिम स्कूल पर इजराइली गोलाबारी के कारण सात लोग शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि सैकड़ों विस्थापित गाजा के लोगों ने वहां शरण ली है। वहीं, इजरायली सेना का कहना है कि स्कूल में फिलिस्तीनी आतंकी छिपे हुए थे।

फिलिस्तीनी आतंकियों को निशाना बनाया निशाना

इजरायली सेना ने कहा कि वह स्कूल के मैदान से काम कर रहे फिलिस्तीनी आतंकियों को निशाना बना रही है। सेना का कहना है कि उसके बलों ने नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के जोखिम को कम करते हुए यह कदम उठाया है। सेना सटीक गोलाबारी और निगरानी का इस्तेमाल कर हमले कर रही है, ताकि नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।

इसमें आगे कहा गया है कि वायुसेना ने उत्तरी गाजा पट्टी में हमास के आतंकियों पर सटीक हमला किया है। आतंकी स्कूल परिसर में काम कर रहे थे। सेना की ओर से जारी बयान में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। इजरायल और हमास के बीच एक साल से चल रहे युद्ध में गाजा में विस्थापित लोगों के आवास पर यह ताजा हमला था।

21 लोगों की मौत

एक दिन पहले शनिवार को गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा था कि इजरायली सेना ने एक और स्कूल को निशाना बनाया था। उस हमले में करीब 21 लोग मारे गए थे। ये लोग भी विस्थापित लोग थे, जिन्होंने स्कूल में शरण ली थी। 11 सितंबर को मध्य गाजा में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित अल-जवानी स्कूल पर भी हमला किया गया था। जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों में गुस्सा था। जब फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी, UNRWA ने कहा कि मारे गए लोगों में उसके 6 कर्मचारी भी शामिल हैं।

वहीं, इजरायली सेना ने हमास पर स्कूल की इमारतों में छिपे होने का आरोप लगाया है। जहां हजारों गाजावासियों ने शरण ले रखी है। हालांकि, फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह की ओर से इस आरोप का खंडन किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में इजरायल के सैन्य अभियान में कम से कम 41,391 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। जबकि 7 अक्टूबर को हुए हमले में इजरायल की ओर से 1,205 लोग मारे गए थे।

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