India News (इंडिया न्यूज), Hezbollah Attacks Israel: मध्य पूर्व में इजरायल और हिजबुल्लाह, हमास और ईरान के बीच चल रहा जंग कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हिजबुल्लाह के हमले से ये साफ हो गया कि रक्षा कवच फेल हो गया है, जिसको यहूदियों का रक्षक भी कहते हैं। इजरायली सेना के अनुसार, मध्य-उत्तरी इजरायल में एक सैन्य अड्डे पर हिजबुल्लाह के ड्रोन हमले में चार इजरायली सैनिक मारे गए। साथ ही 60 से अधिक अन्य घायल हो गए। बता दें कि, रविवार (13 अक्टूबर) देर रात हुआ यह हमला पिछले साल युद्ध शुरू होने के बाद से सबसे घातक घटनाओं में से एक है।
इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि हिजबुल्लाह द्वारा लॉन्च किए गए मानव रहित हवाई वाहन ने बिनयामिना के पास एक बेस पर हमला किया, जो तेल अवीव से लगभग 40 मील उत्तर में और लेबनानी सीमा के पास स्थित एक शहर है। आईडीएफ ने पुष्टि की कि हमले में सात सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए।
हिजबुल्लाह ने ली हमले की जिम्मेदारी
बता दें कि, ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह ने हमले की जिम्मेदारी ली है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इसने कहा कि ड्रोन हमला गुरुवार को लेबनान में इजरायली हवाई हमलों का बदला था। जिसमें 22 लोग मारे गए और 117 घायल हो गए। समूह ने कहा कि हमले ने विशेष रूप से IDF की गोलानी ब्रिगेड को निशाना बनाया, जो दक्षिणी लेबनान में तैनात एक पैदल सेना इकाई है। हिजबुल्लाह ने अपने दिवंगत नेता हसन नसरल्लाह का एक संदेश जारी किया। जिसमें कार्रवाई का आह्वान किया गया, अपने सदस्यों से अपने लोगों, अपने परिवार, अपने राष्ट्र, अपने मूल्यों और अपनी गरिमा की रक्षा करनेbका आग्रह किया।
इजरायल को चेतावनी जारी की
हिजबुल्लाह ने लेबनान में इजरायली सैन्य अभियान जारी रहने पर और अधिक हमले करने की धमकी दी। समाचार एजेंसी AFP ने बताया कि ईरान समर्थित समूह ने कहा कि दुश्मन से वादा करता है कि उसने आज दक्षिणी हाइफ़ा में जो कुछ देखा, वह उसके सामने कुछ भी नहीं है, अगर उसने हमारे महान और प्यारे लोगों के खिलाफ़ अपना आक्रमण जारी रखने का फैसला किया। वहीं इस बारे में सवाल बने हुए हैं कि हिजबुल्लाह के ड्रोन बिना पकड़े गए इजरायली हवाई क्षेत्र में कैसे घुस गए।
दरअसल, इजरायली वायु रक्षा प्रणालियों की उच्च विश्वसनीयता के बावजूद, हमले के दौरान बिन्यामीना क्षेत्र में अलर्ट की कोई रिपोर्ट नहीं थी। हिजबुल्लाह ने दावा किया कि ड्रोन के आगे बढ़ने के दौरान इजरायल की रक्षा प्रणालियों को उलझाने के लिए उसने उत्तरी इजरायली शहरों की ओर रॉकेट दागे। वहीं आईडीएफ के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि सेना इस घटना की जांच करेगी।
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