India News (इंडिया न्यूज), Hizb Ut Tahrir India: भारत समेत दुनिया के कई देशों में प्रतिबंधित और आतंकी संगठन घोषित हिज्ब उत-तहरीर ने शनिवार (11 जनवरी, 2025 ) को कनाडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का ऐलान किया है। हालांकि, यह सम्मेलन आयोजन से पहले ही विवादों में आ गया है, क्योंकि इस सम्मेलन का उद्देश्य दुनियाभर के देशों में इस्लामिक खिलाफत का शासन स्थापित करना है। हिज्ब उत-तहरीर का सम्मेलन कनाडा के ओंटारियो में होने जा रहा है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, ओंटारियो से पहले मिसिसॉगा में इस सम्मेलन के आयोजन की योजना थी, लेकिन वहां की मेयर कैरोलिन पैरिश ने इसके लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
क्या है हिज्ब उत-तहरीर?
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, हिज्ब उत-तहरीर एक अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक कट्टरपंथी राजनीतिक संगठन है। यह संगठन अपना उद्देश्य पूरी दुनिया पर इस्लामिक खिलाफत की स्थापना बताता है। हैरानी की बात यह है कि, भारत भी उन देशों में शामिल है, जहां हिज्ब उत-तहरीर इस्लामिक शासन चाहता है। इजरायली अखबार जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक हिज्ब उत-तहरीर की कनाडाई इकाई ने खुद को अहिंसक बताया है और कहा है कि सम्मेलन शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया जाएगा। हालांकि, सम्मेलन के विज्ञापनों में खिलाफत के नक्शे में स्पेन, ग्रीस, भारत, बाल्कन और अफ्रीका का एक बड़ा हिस्सा शामिल है। इसका मतलब है कि इन देशों में इस्लामी शासन पर चर्चा की जाएगी। साथ ही, इस सम्मेलन में फिलिस्तीन को दोस्त और अमेरिका और इजरायल को दुश्मन के तौर पर चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन पर प्रतिबंध लगाने की उठी मांग
टोरंटो-सेंट पॉल के सांसद डॉन स्टीवर्ट ने कहा, “इस सम्मेलन को कनाडा में आयोजित होने से रोका जाना चाहिए और इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।” स्टीवर्ट ने चेतावनी दी कि कनाडा को वैश्विक खिलाफत का हिस्सा बनाया जाएगा। CIJA ने अधिकारियों से कनाडा में हिज्ब सम्मेलन को रोकने और यहूदी विरोधी संगठन को आतंकवादी समूह घोषित करने का भी आह्वान किया है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, हिज्ब उत-तहरीर नाम का यह इस्लामिक संगठन ब्रिटेन, जर्मनी समेत दुनिया के कई देशों में प्रतिबंधित है। वहीं, भारत ने भी वर्ष 2024 में हिज्ब उत-तहरीर पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह इस्लामिक संगठन दक्षिणी यूरोपीय, एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीकी देशों में इजरायल के विनाश और उसे इस्लामिक खिलाफत में बदलने की वकालत करता है।