India News (इंडिया न्यूज),Human Rights Award: ईरान की कुर्दिश मूल की बेबाक अंदाज महिला माने जाने वाली महास अमीनी को मानवाधिकार पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। जानकारी के लिए बता दें कि, पिछले वर्ष आवश्यक इस्लामी हिजाब नियमों का पालन न करने के आरोप में पुलिस हिरासत में मृत पाई गई थी। जिसके बाद महसा अमीनी को गुरुवार को यूरोपीय यूनियन के शीर्ष मानवाधिकार पुरस्कार देने की घोषणा की है। बता दें कि, सम्मान समारोह 13 दिसंबर को होगा।

जानिए क्यों किया जा रहा पुरस्कारित

मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, यूरोपीय संघ का यह पुरस्कार सोवियत असंतुष्ट आंद्रेई सखारोव के नाम पर 1988 में रखा गया था। इसे मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले व्यक्तियों या समूहों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया था।

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आपको बतातें चले कि, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सखारोव का 1989 में निधन हो गया। वहीं वर्ष के अन्य फाइनलिस्टों में विल्मा नुनेज डी एस्कोर्सिया और रोमन कैथोलिक बिशप रोलैंडो अल्वारेज शमिल थे, जो निकारागुआ में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई में दो प्रतीकात्मक व्यक्तित्व हैं। जिसके बाद महसा अमीनी की 16 सितंबर, 2022 को मौत हो गई थी, उसे तीन दिन पहले कथित रूप से आवश्यक हेडस्कार्फ पहनने के नियम का उल्लंघन करने आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया था।

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