India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Protest: बांग्लादेश में एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल तेज हो गई है। 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से राजनीतिक स्थिरता नहीं आई है। इन सबके बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को रैली से पहले ही बांग्लादेश की सेना ने अरेस्ट कर लिया है। इसे लेकर शेख हसीना की पार्टी के समर्थक बांग्लादेश की राजधानी में सड़कों पर उतरेंगे। अपने नेताओं को गलत तरीके से फंसाए जाने और छात्र विंग पर प्रतिबंध के खिलाफ अवामी लीग की ओर से प्रदर्शन किया गया।
बांग्लादेश की सड़कों पर फिर से हुई सेना की तैनाती
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, इससे पहले बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शनिवार (9 नवंबर 2024) को साफ कर दिया था कि अवामी लीग को रविवार को प्रस्तावित रैली करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा था, “अवामी लीग अपने मौजूदा स्वरूप में एक फासीवादी पार्टी है। किसी भी परिस्थिति में इस फासीवादी पार्टी को बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।” बताया जा रहा है कि, अवामी लीग के जमावड़े और विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए ढाका के कई इलाकों में सेना और पुलिस बलों को तैनात किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि रविवार (10 नवंबर 2024) को दोपहर 3 बजे के बाद बड़ी संख्या में आवामी लीग समर्थक ढाका में जुटेंगे। इसके लिए बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड की 191 टुकड़ियों को तैनात किया गया है।
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अंतरिम सरकार ने दी थी चेतावनी
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने चेतावनी देते हुए कहा, “जो कोई भी सामूहिक हत्यारी और तानाशाह शेख हसीना से आदेश लेकर रैली, बैठक और जुलूस आयोजित करने की कोशिश करेगा, उसे कानून प्रवर्तन एजेंसियों की पूरी सख्ती का सामना करना पड़ेगा।” आवामी लीग ने फेसबुक पर एक बयान जारी कर पार्टी समर्थकों से रविवार को गुलिस्तान में शहीद नूर हुसैन छतर या जीरो पॉइंट पर एकत्र होकर कुशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह किया।