India News(इंडिया न्यूज), Amit Soussana: 7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला कर सैकड़ों लोगों को मार डाला और कई लोगों को बंधक बना लिया। इन बंधकों में से एक अमित सौसाना भी शामिल थी। छुट्टी के दिन घर पर बैठी सौसाना को यह भी नहीं पता था कि कुछ ही देर में उसका घर राख में तब्दील हो जाएगा और वह आतंकियों की गिरफ्त में चली जाएंगी।

हमास के जुर्म की कहानी बया की

7 अक्टूबर को अचानक गाजा से मिसाइलें आईं। कमरे में बम फटा और फिर आतंकी घर में घुस गए और उसे घसीट कर ले गए। गाजा ले जाते समय उसे पीटा गया, उसके निजी अंगों को छुआ गया, उसे प्रताड़ित किया गया और गाजा पहुंचने के बाद फिर से उसका यौन शोषण किया गया। तमाम यातनाओं के बाद युद्ध विराम के बाद उसे रिहा किया गया। सौसाना अब उस नर्क से आजाद हो चुकी है और अपने लोगों के बीच है। हाल ही में वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मंच पर नजर आई। यहां उसने सबको बताया कि हमास ने उसके साथ क्या-क्या किया।

आतंकवादी के साथ अकेले कमरे में बंद कर दिया गया

सौसाना ने बताय, जब उनको बंधक बनाया गया था, तब उसे एक राक्षसी जानवर की तरह दिखने वाले आतंकवादी के साथ अकेले रखा गया था। उस आतंकवादी ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए उसका यौन शोषण किया। उसने बंदूक की नोक पर उसके साथ हर तरह की क्रूरता की। उसे याद है कि आतंकवादी उसके चेहरे पर गंदी हवा फूँकता था, उसकी शर्ट उठाता था और बार-बार उसे छूता था।

भारत ने Canada से मांगी ऐसी चीज, ‘भस्मासुर’ Trudeau की खुल गई कलई, दुनिया पूछ रही छुपा क्या रहे हो?

‘बार-बार पूछता तुम्हारा पीरियड कब खत्म होगा’

टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, उसने कहा, “मेरे पैर जंजीरों से बंधे हुए थे। आतंकवादी उसके बगल में नंगा होकर बैठता था, फिर मेरी शर्ट उठाता था, मुझे लगातार छूता था और पूछता रहता था कि तुम्हारा पीरियड कब खत्म होगा।” वह कहती है कि वह अच्छी तरह जानती थी कि उसके साथ क्या करना है, लेकिन इसके बावजूद वह कुछ नहीं कर सकती थी। दुर्व्यवहार के बाद, उसे रोने या दुखी होने का भी अधिकार नहीं था। उसे उस राक्षस के साथ अच्छा व्यवहार करना था जो उसे परेशान करता था।

आतंकियों ने प्रताड़ित किया, रस्सी से लटकाया

सोसाना ने यूएन को बताया, “आज भी, एक भी दिन ऐसा नहीं जाता जब मुझे याद न हो कि उस नीच आतंकवादी ने मेरे साथ क्या किया। मुझे हर दिन याद आता है कि अब मैं आज़ाद हूँ और वह मेरे साथ कुछ नहीं कर सकता।” सोसाना का कहना है कि उस आतंकी के साथ कुछ दिन बिताने के बाद उसे दूसरे हमास आतंकियों के पास भेज दिया गया। हालांकि उन आतंकियों ने उसे प्रताड़ित किया, रस्सी से लटकाया और पीटा, एक सुरंग में ले गए जहां उसे लगा कि उसे जिंदा दफना दिया जाएगा। लेकिन तब भी वह शुक्रगुजार थी कि कम से कम उसका यौन शोषण करने वाला आतंकी उसके साथ नहीं था।

हमास के आंतक की कहानी सबको बताएंगी

वह कहती है कि ये सब बातें बताते हुए उसे बहुत दर्द हो रहा है लेकिन वह बताएगी क्योंकि उसने दूसरे बंधकों से वादा किया था। हमास आतंकियों की क्रूरता को याद करते हुए वह कहती है कि वह चुप नहीं रह सकती क्योंकि अब भी कई बंधक गाजा में हैं। आपको बता दें कि सोसाना पहली महिला सर्वाइवर हैं जिन्होंने गाजा में हुए यौन शोषण को यूएन के सामने सार्वजनिक रूप से रखा।

डर के मारे दो मुस्लिम देशों ने बंद कर दिया अपना आसमान, खबर सुनकर नहीं रोक रही नेतन्याहू की हंसी