सेना प्रमुख बाजवा, इमरान में आईएसआई प्रमुख को लेकर बढ़ी तल्खी
इंडिया न्यूज, इस्लामाबाद:
Imran Khan
पाकिस्तान में हकूमत बदलने की चर्चा एक बार फिर से जोरों पर चल रही हैं। Imran Khan को तख्तापलट होने का भय सताने लगा है। इसका कारण आईएसआई का नया प्रमुख बनना माना जा रहा है। दोनों के बीच इसी नियुक्ति को लेकर चल रही खींचतान किसी से छिपी नहीं है। वहीं विपक्ष भी लगातार इमारन की कार्यप्रणाली से नाराज होकर अग्रेसिव रुख अख्तयार कर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान के वजीरे आजम को लगने लगा है कि हकूमत की डोर किसी भी समय दूसरों के हाथों में जा सकती है।
हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना के बीच गतिरोध बढ़ा हो। इससे पहले भी पाक में इस तरह के घटनाक्रम हो चुके हैं। जैसे 1999 में पाक सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच आईएसआई प्रमुख बनने को लेकर टकराव बना हुआ था। दोनों के दरमंयां गतिरोध इस कद्र बढ़ा कि नवाज को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। उस समय उस समय लेफ्टिनेंट जनरल जियाउद्दीन बट को पाकिस्तान खुफिया एजेंसी का डीजी बनाया गया था, जिसके कारण मुशर्रफ ने पूर्व ISI के नजदीकी लेफ्टिनेंट जनरल अजीज खान को चीफ आफ जनरल स्टाफ नियुक्त करना पड़ा था। जिसके बाद आईएसआई प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके बाद कर्नन शाहीद ने 1999 में ही प्रधानमंत्री और उसके चहेते डीजी बट को गिरफ्तार कर लिया जो कि पाकिस्तानी इतिहास में पहली बार हुआ था। जब किसी ISI प्रमुख को सेवा में रहते हुए गिरफ्तार किया गया हो। बता दें कि पाकिस्तान की सेना मे अली ही वह अधिकारी था जिसने फौज में बगावत करने की शुरूआत की थी। तब अली पाक आर्मी में एक बटालियन के कमांडर हुआ करते थे। अली ने ही तख्तापलट के समय अपने सैनिकों के साथ प्रधानमंत्री हाउस का कंट्रोल संभालने का जिम्मा उठाया था।