India News (इंडिया न्यूज), India USA Defence Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को फोन पर बात की। बातचीत में ट्रंप ने दो बातों पर जोर दिया। वह चाहते हैं कि भारत अमेरिका से और हथियार खरीदे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अमेरिका के साथ निष्पक्ष द्विपक्षीय व्यापार व्यवस्था की ओर बढ़ने की जरूरत है। ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बातचीत थी।
भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया, दोनों नेताओं ने तकनीक, व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने पर सहमति जताई। जबकि व्हाइट हाउस ने सार्वजनिक रूप से दो मुद्दों पर ट्रंप की स्पष्ट मांगों के बारे में बताया।
India-USA के बीच कितना कारोबार?
अमेरिका भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापार साझेदार है। 2021-22 से यह भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। भारत के कुल माल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 18 फीसदी है। आयात में यह छह फीसदी से ज्यादा है। वहीं, द्विपक्षीय व्यापार में यह करीब 11 फीसदी बैठता है। रक्षा क्षेत्र में भारत ने पिछले दो दशकों में अमेरिकी हथियारों की खरीद में भी बढ़ोतरी देखी है, जिसमें हाल ही में 3 अरब डॉलर से अधिक का प्रीडेटर ड्रोन सौदा भी शामिल है।
दोनों देशों के बीच 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार करीब 120 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) के दौरान अमेरिका को भारत का माल निर्यात 5.57 प्रतिशत बढ़कर 59.93 अरब डॉलर या 5.2 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसका मतलब है कि भारत ने हर घंटे अमेरिका को 80 करोड़ रुपये का माल निर्यात किया है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर में अमेरिका को भारत का निर्यात 8.49 प्रतिशत बढ़कर सात अरब डॉलर हो गया। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में अमेरिका से भारत का आयात 1.91 प्रतिशत बढ़कर 33.4 अरब डॉलर हो गया। वहीं, दिसंबर में यह 9.88 प्रतिशत बढ़कर 3.77 अरब डॉलर हो गया। भारत से अमेरिका को निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में पेट्रोलियम, पॉलिश किए हुए हीरे, दवा उत्पाद, आभूषण, जमे हुए झींगे शामिल हैं, जबकि अमेरिका से आयात की जाने वाली वस्तुओं में पेट्रोलियम, कच्चे हीरे, तरलीकृत प्राकृतिक गैस, सोना, कोयला, बादाम शामिल हैं।
किसका कितना निवेश?
2022 में अमेरिका और भारत ने 191.8 बिलियन डॉलर का व्यापार किया। वहीं, 2023-24 में यह 118 बिलियन डॉलर था। 2022 में अमेरिका ने भारत में 51.6 बिलियन डॉलर का निवेश किया, जो 2021 से 15.1% अधिक था।
वहीं, 2022 में भारत ने अमेरिका में 3.7 बिलियन डॉलर का निवेश किया, जो 2021 से 7.0% अधिक था। अमेरिका और भारत ने सात WTO विवादों को सुलझाया है, जिससे व्यापार संबंधों को सुचारू बनाने में मदद मिली है।
संबंधों को किया जाएगा मजबूत
दोनों देश संबंधों को बनाए रखने और मजबूत करने पर जोर देते रहे हैं। अमेरिका की पहली व्यापार नीति में द्विपक्षीय व्यापार समझौतों की बात की गई है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि उन देशों की पहचान करेंगे जिनके साथ अमेरिका बाजार पहुंच हासिल करने के लिए द्विपक्षीय समझौतों पर बातचीत कर सकता है।
रिपोर्टों के अनुसार, भारत और अमेरिका ने राष्ट्रपति के रूप में ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान एक व्यापार सौदे पर चर्चा की थी। हाल के दिनों में, दिल्ली ने संकेत दिया है कि वह विशिष्ट क्षेत्रों में टैरिफ और घाटे को कम करने के लिए अमेरिका से अधिक ऊर्जा खरीद सकता है और यहां तक कि व्यापार सौदे के उद्देश्य से चर्चा भी शुरू कर सकता है।