India News (इंडिया न्यूज), India Bangladesh Relations: बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो चुका है। अब देखना होगा कि भारत के प्रति बांग्लादेश रवैया बदलता है या नहीं। दरअसल, अंतरिम सरकार की बागडोर भले ही मोहम्मद यूनुस के हाथ में हो। परंतु पर्दे के पीछे से सरकार वहां की सेना चला रही है। दरअसल, मोहम्मद यूनुस को शेख हसीना का आलोचक और विरोधी माना जाता हैं। ऐसे में संभावना है कि भारत के साथ बांग्लादेश के रिश्ते पहले जैसे न रहें। परंतु बांग्लादेश चाहकर भी भारत से दुश्मनी मोल नहीं सकता।
बांग्लादेश क्यों नहीं ले सकता दुश्मनी?
बता दें कि बांग्लादेश की दुनिया हिंदुस्तान की वजह से ही रोशन है। बांग्लादेश को भारत बिजली का एक बड़ा हिस्सा मुहैया कराता है। इसके लिए भारत की ओर से वहां प्लांट लगाए गए हैं। साथ ही यहां से बिजली भी भेजी जाती है। हां, यह सत्य है कि अगर हम बिजली नहीं देंगे तो बांग्लादेश बिना बिजली के रह जाएगा। इसके लिए पड़ोसी मुल्क का भारतीय कंपनियों से समझौता है। भारत में अडानी पावर लिमिटेड कंपनी बांग्लादेश को मुख्य रूप से बिजली सप्लाई करती है। अडानी पावर लिमिटेड का बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट है। यह समझौता 2023 में हुआ था। इसके तहत बांग्लादेश को बिजली मिल रही है।
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झारखंड से क्या है कनेक्शन?
दरअसल, चीन के भड़काने पर अब अगर बांग्लादेश भारत को आंख दिखाने की कोशिश करता है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। दरअसल, अगर भारत बिजली की सप्लाई बंद कर देता है तो पूरे बांग्लादेश में हाहाकार मच जाएगा। बांग्लादेश को अभी भारत से जो बिजली मिल रही है वह झारखंड में स्थित अडानी के थर्मल पावर प्लांट से आ रही है। झारखंड के गोड्डा में स्थित अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट से बांग्लादेश की बिजली जल रही है। इस प्लांट से बांग्लादेश को 1496 मेगावाट बिजली सप्लाई की जाती है। फिर बांग्लादेश की जरूरतें पूरी होती हैं। एनटीपीसी ने बिजली संयंत्र स्थापित किया है। बांग्लादेश में इतना हंगामा मचा है, लेकिन भारत ने बिजली आपूर्ति में कोई बाधा नहीं डाली है।
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