India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh: बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में रहने के बाद अब भारत चाहता है कि भारतीय सेना बांग्लादेश पहुंचकर हालात को संभाले। इसके लिए भारत ने सेना प्रमुख जनरल वकार-उस-जमां के नेतृत्व में बांग्लादेश के सैन्य नेतृत्व से संपर्क किया है। कहा गया है कि हिंसक विरोध और अस्थिरता से जूझ रहे देश में शांति और कानून व्यवस्था स्थापित करना समय की मांग है और इसे जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने किया यह वादा
न्यूज 18 के मुताबिक पीएम मोदी पहले ही सेना प्रमुख से संपर्क कर चुके हैं। पीएम मोदी ने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हर संभव सहायता देने का भी वादा किया है। शेख हसीना के बारे में यह सर्वविदित है कि वह इस्लामवादियों के खिलाफ एक मजबूत दीवार थीं, जो इन सबके बीच हुई साजिशों के कारण अब नहीं रही। ऐसे में भारत चाहता है कि वह इस मोर्चे पर भी मजबूती से सक्रिय रहें। पड़ोसी देश में मची अराजकता का असर हमारे देश पर भी पड़ सकता है। वैसे बांग्लादेश खुद भी पाकिस्तान की तरह आर्थिक संकट से जूझ रहा है। शेख हसीना के जाने से भारत के लिए मुश्किल हालात पैदा हो गए हैं क्योंकि अब उसे कट्टरपंथ से निपटना होगा।
आयात-निर्यात पर ये होगा असर
आपको बता दें कि बांग्लादेश और भारत के बीच आयात-निर्यात बहुत होता है। पड़ोसी देश में इस संकट का भारत के कारोबार पर बुरा असर पड़ सकता है और कई चीजों के दाम महंगे हो सकते हैं। बांग्लादेश से भारत में कृषि उत्पाद, कपड़े, जूते, जूट के सामान, चमड़े के सामान, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और यहां तक कि फल और सब्जियां भी आयात की जाती हैं।
जयशंकर ने कही यह बात
मीडिया एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक में एस जयशंकर से पूछा कि क्या हसीना को हटाने में पाकिस्तान की कोई भूमिका है, तो उन्होंने पाकिस्तानी राजनयिकों के सोशल मीडिया अकाउंट पर बांग्लादेशी विपक्ष की तस्वीरों की मौजूदगी की ओर इशारा करते हुए कहा कि पाकिस्तान के हस्तक्षेप की भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है।
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