India News (इंडिया न्यूज), India Maldives Ties: भारत और मालदीव के बीच साल 2024 के शुरुआत में ही रिश्तों में खटास आ गई थी। क्योकि वहां के तीन मंत्रियों ने भारत विरोधी बयान दिया था। वहीं समय के साथ अब कड़वाहट खत्म होने लगी है। इस बिच विदेश मंत्री मूसा ज़मीर ने माना है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार के शुरुआती दिनों में मालदीव-भारत संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव आए थे। लेकिन दोनों देशों ने गलतफ़हमियों को सुलझा लिया है।ज़मीर ने शुक्रवार को श्रीलंका की यात्रा के दौरान यह टिप्पणी की। जहां उन्होंने प्रमुख सहयोगियों, विशेष रूप से चीन और भारत के साथ हिंद महासागर द्वीपसमूह के संबंधों के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत के साथ संबंधों में चुनौतियों का सामना करना पड़ा। विशेष रूप से राष्ट्रपति मुइज्जू द्वारा मालदीव से भारतीय सैनिकों की एक छोटी टुकड़ी को हटाने के अभियान के बाद।
मालदीव के विदेश मंत्री ने क्या कहा?
मालदीव के विदेश मंत्री ज़मीर ने कहा कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद दोनों देशों के बीच गलतफ़हमियों को सुलझा लिया गया है। द एडिशन अख़बार ने ज़मीर के हवाले से कहा है कि हमारी सरकार की शुरुआत में हमारे भारत के साथ कुछ उतार-चढ़ाव आए थे, आप जानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे चीन और भारत दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं, और दोनों देश मालदीव का समर्थन करना जारी रखते हैं। दरअसल, चीन समर्थक झुकाव के लिए मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही भारत और मालदीव के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं। शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने मालदीव को भारत द्वारा उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफॉर्म पर तैनात भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी।
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IMF से राहत पैकेज लेने की कोई योजना नहीं- मूसा जमीर
मूसा ज़मीर ने कहा कि मालदीव के पास अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से राहत पैकेज लेने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने अपने देश के सामने मौजूद मौजूदा आर्थिक चुनौतियों को अस्थायी बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पास द्विपक्षीय साझेदार हैं जो हमारी ज़रूरतों और हमारी स्थिति के प्रति बहुत संवेदनशील हैं। साथ ही जिससे सरकार के IMF से बाहरी सहायता लिए बिना अपने राजकोषीय मुद्दों को हल करने के प्रति विश्वास का संकेत मिलता है। जमीर ने आगे कहा कि मुझे गंभीरता से नहीं लगता कि यह ऐसा समय है जब हम अभी IMF के साथ बातचीत करेंगे। हमारे पास जो समस्या है वह बहुत अस्थायी है क्योंकि वर्तमान में हमारे पास भंडार में कमी आ रही है।
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