India News (इंडिया न्यूज), Sanjay Verma On Canada: कनाडा में भारत के निवर्तमान उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर राजनीतिक लाभ के लिए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। ओटावा द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में वर्मा को ‘रुचि का व्यक्ति’ नामित किए जाने के बाद भारत ने कनाडा से वर्मा और कुछ अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया। कनाडा के निजी प्रसारक सीटीवी के साथ एक साक्षात्कार में संजय वर्मा ने कहा, “कनाडा ने उस प्रथा का पालन नहीं किया जो वहां होनी चाहिए थी। पहले सबूत साझा किए जाने चाहिए थे, लेकिन किसी (ट्रूडो) ने संसद में खड़े होकर उस चीज के बारे में बात करने का फैसला किया। जिसके बारे में उन्होंने खुद कहा था कि कोई ठोस सबूत नहीं है।”
संजय वर्मा ने इस मुद्दे पर आगे बताते हुए कहा कि, “और जिस दिन उन्होंने ऐसा किया, तब से उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध केवल नीचे की ओर जाएं, नीचे की ओर बढ़ते जाएं।” निष्कासित भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने RCMP की राजनीतिक स्वतंत्रता पर संदेह जताते हुए कहा, “उन्होंने (प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो) यह सुनिश्चित किया है कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध केवल नीचे की ओर जाएं, नीचे की ओर बढ़ते जाएं। हम आपको बताते चलें कि, संजय वर्मा पिछले साल सितंबर में कनाडा की संसद में जस्टिन ट्रूडो के संबोधन का जिक्र कर रहे थे, जब उन्होंने कनाडा के नागरिक निज्जर की हत्या में भारतीय सरकार के एजेंटों की संलिप्तता का आरोप लगाया था।
भारतीय युवाओं की बल्ले-बल्ले! PM Modi ने किया बड़ा एलान, कहा-भाई-भतीजावाद…
निज्जर हत्या मामले में उन्हें ‘हितधारक’ बनाने के बावजूद कनाडा ने भारत को कोई सबूत नहीं दिया, जिसे ट्रूडो ने 16 अक्टूबर को विदेशी हस्तक्षेप जांच में स्वीकार किया। संजय वर्मा ने इस बारे में कहा कि, “समस्या यह है कि जब उन्होंने आरोप लगाया, तो उन्होंने खुद स्वीकार किया कि कोई ठोस सबूत नहीं था। खुफिया जानकारी थी। खुफिया जानकारी के आधार पर, यदि आप किसी रिश्ते को नष्ट करना चाहते हैं, तो कृपया ऐसा करें। संजय वर्मा ने कहा कि कनाडा द्वारा उद्धृत किए जा रहे सबूत अफवाह हैं। उन्होंने कहा, “मुझे पक्का पता है कि वे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास जाते हैं और उनसे सुनी-सुनाई बातों के बारे में पूछते हैं। उनमें से ज़्यादातर खालिस्तान समर्थक और भारत विरोधी तत्व हैं।”
जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने की ये कायराना हरकत, सुनकर खौल जाएगा देश के हर हिंदुओं का खून
वर्मा ने पश्चिमी पाखंड को भी उजागर करते हुए कहा, “वे दिन चले गए जब तथाकथित विकसित देश किसी विकासशील देश से कहते थे कि आपको यह करना चाहिए और वे उनके पीछे भागते और ऐसा करते।” “हम एक कानून के शासन वाले देश हैं, क्योंकि कनाडा खुद को एक कानून के शासन वाले देश होने पर गर्व करता है। उन्होंने आगे सवाल करते हुए पूछा कि, क्या आप मुझे ऐसे सबूत नहीं देंगे जो मेरी अपनी कानूनी प्रक्रिया के लिए उपयुक्त हों?”
संजय वर्मा ने कहा कि वे और उनके सहयोगी कनाडा में खालिस्तान समर्थक और भारत विरोधी तत्वों पर नजर रख रहे थे, लेकिन किसी गुप्त तरीके का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। वर्मा ने कहा, “अगर कनाडा के राजनेता इतने नौसिखिए हैं कि वे चाहते हैं कि मुझे पता न चले कि मेरे दुश्मन यहां क्या कर रहे हैं, तो मुझे खेद है, वे नहीं जानते कि अंतरराष्ट्रीय संबंध क्या होते हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं उन देशों को जानता हूं जिन्होंने ऐसा किया है (विदेशी क्षेत्र में न्यायेतर हत्याएं)। और वैसे, उनमें से कुछ जी7 देश भी हैं। इसलिए इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए। दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए।” वर्मा ने बताया कि कनाडा में सूचना संग्रह के बारे में उनका मिशन कैसे चला। उन्होंने कहा, “हम समाचार पत्र पढ़ते हैं, हम उनके (खालिस्तान समर्थक समूहों) बयान पढ़ते हैं। चूंकि हम पंजाबी समझते हैं, इसलिए हमने उनके सोशल मीडिया पोस्ट पढ़े और उनका अनुमान लगाने की कोशिश की।” संजय वर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत किसी भी क्षेत्र में न्यायेतर हत्याएं नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध है।
Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.