India News (इंडिया न्यूज), India Russia Friendship: रूस और भारत के बीच संबंध हमेशा से बहुत अच्छे रहे हैं। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजनीतिक गुरु अलेक्जेंडर डुगिन ने भारत को लेकर बड़ी बात कही है। बता दें कि, अलेक्जेंडर डुगिन ने भारत से अपनी महान हिंदू सभ्यता को फिर से स्थापित करने को कहा है। रूस की सरकारी मीडिया रूस टीवी (RT) से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत को अपनी महान हिंदू सभ्यता को फिर से स्थापित करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि वैदिक सभ्यता की अवधारणा समावेशी है और इसकी बहाली से बहुध्रुवीय दुनिया की स्थापना में मदद मिलेगी।
बहुध्रुवीय व्यवस्था का किया समर्थन
बता दें कि अमेरिका के विरोध में रूस ने लगातार बहुध्रुवीय व्यवस्था का समर्थन करता रहा है। इससे अमेरिकी प्रभुत्व को बड़ा झटका लगने की संभावना है। दरअसल, यह पहली बार नहीं है जब डुगिन ने भारत की तारीफ में कुछ कहा हो। इससे पहले इसी साल अप्रैल में उन्होंने कहा था कि भारत हमारी आंखों के सामने एक नए वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। आज पूरी दुनिया में भारतीय मूल के लोग बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने भारत के आर्थिक विकास, वैश्विक प्रभाव, राजनीतिक बदलाव के बढ़ते महत्व के बारे में भी विस्तार से बात की।
कौन हैं अलेक्जेंडर डुगिन?
गौरतलब है कि, राजनीतिक दार्शनिक, विश्लेषक और रणनीतिकार के रूप में मशहूर अलेक्जेंडर डुगिन का पूरा नाम अलेक्जेंडर गेलिएविच डुगिन है। बता दें कि, पश्चिमी देशों में डुगिन को फासीवादी विचारधारा का कट्टर समर्थक माना जाता है। साथ ही उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गुरु के रूप में भी जाना जाता है। अलेक्जेंडर डुगिन ने यूक्रेन को नोवोरोसिया (नया रूस) नाम दिया है। अलेक्जेंडर डुगिन को रूसी राष्ट्रपति पुतिन और रूसी सरकार का बेहद करीबी माना जाता है।