India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas war: इजरायल-हमास संघर्ष जारी रहने के बीच, भारत ने गुरुवार को बड़ा बयान जारी किया है। भारत ने दोनों पक्षों से आग्रह किया है कि तनाव कम करने और फिलिस्तीन मुद्दे के द्विराष्ट्र समाधान की दिशा में सीधी शांति वार्ता जल्द से जल्द करनी चाहिए। वहीं हमास का बिना जिक्र किए भारत ने बंधकों की ‘तत्काल और बिना शर्त’ रिहाई का भी आह्वान किया। सात अक्टूबर से हमास आतंकियों और इजरायली सेना के बीच गाजा में बड़े पैमाने पर संघर्ष चल रहा है। हमास आतंकियों द्वारा इजरायल में लगभग 1,400 लोगों की हत्या कर दी गई और 220 से अधिक लोगों का अपहरण कर लिया गया है।

पीएम मोदी ने इजरायल पर हुए भीषण हमले की कड़ी निंदा की

गाजा में हमास संचालित प्राधिकारियों के मुताबिक, इजरायली हमले में गाजा में लगभग 10,000 लोग मारे गए हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि भारत ने 27 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा की चर्चा सहित कई मौकों पर हमास-इजरायल युद्ध पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि हमने इजरायल पर हुए भीषण हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की जरूरत पर जोर दिया है और बंधकों की तत्काल एवं बिना शर्त रिहायी का आह्वान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमने गाजा में मानवीय संकट और मृतकों की संख्या लगातार बढ़ने पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है और युद्ध कम करने और मानवीय मदद प्रदान करने के यथाचित प्रयासों का स्वागत किया है।

पीएम मोदी ने यह आग्रह किया

इस पर अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने 38 टन मानवीय राहत सामग्री भी भेजी है। अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को लेकर सख्त अनुपालन की आवश्यकता पर भी जोर दिया है। बता दें कि राहत सामग्री गाजा के लोगों के लिए भेजी गई। पीएम मोदी ने कहा कि हमने सभी पक्षों से तनाव कम करने और हिंसा से बचने के लिए द्विराष्ट्र समाधान की दिशा में सीधी शांति वार्ता जल्द से जल्द फिर से शुरू करने के लिए और स्थितियां पहले की तरह कायम करने के लिए काम करने का आग्रह किया है।

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