S Jaishankar’s visit to Uganda:भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर युगांडा और मोजाम्बिक के दौरे पर थे। जयशंकर के दौरे को भारत में युगांडा की उच्चायुक्त जॉयस काकूरामत्सी किकाफुंडा ने बेहद खूबसूरत बताया। उन्होने कहा कि भारत दक्षिण की आवाज है।और युगांडा जैसे छोटे देशों के मुद्दों को जी-20 जैसे अहम मंचों तक पहुंचा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि युगांडा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मजबूत दोस्त के तौर पर देखता है। कोविड के चरम संकट के दौरान भारत की तरफ से युगांडा को भेजी गई मदद पर को लेकर उन्होंने कहा, जब दुनिया के बड़े देश सिर्फ अपने चिंता में लगे थे, तब भारत ने उनकी मदद की थी, इसे युगांडा के लोग कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा, अफ्रीका और खासतौर पर युगांडा के साथ भारत का रिश्ता दूसरे देशों जैसा नहीं है, जो हमेशा बदले में कुछ न कुछ चाहते हैं। बल्कि, भारत जब भी युगांडा में कोई समस्या देखता है तो बदले में कुछ भी पाने की इच्छा के बिना यथासंभव मदद करता है।
- 10-15 अप्रैल तक युगांडा और मोजाम्बिक की यात्रा पर थे विदेश मंत्री
- युगांडा के राष्ट्रपति से किया मुलाकात
जयशंकर का यह दौरा बेहद खूबसूरत
विदेश मंत्री जयशंकर के दौरे को लेकर उच्चायुक्त जॉयस काकूरामत्सी किकाफुंडा ने कहा की जयशंकर का यह दौरा बेहद खूबसूरत था। इस यात्रा के दौरान मै वास्तव में उनके साथ थी। उन्होने कहा हमारे राष्ट्रपति अन्य मंत्रियों से नहीं मिलते,वे राज्य के प्रमुखों से मिलते हैं। लेकिन युगांडा और भारत के बीच जो संबंध है उसकी वजह से उन्होंने अतिथि विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की।
भारत ने पहली बार युगांडा में फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय खोला
भारत ने अफ्रीका में और भारत के बाहर पहली बार युगांडा में फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय खोला है। हमें इस पर बहुत गर्व और खुशी है। यह बहुत अच्छा था। विदेश मंत्री यात्रा को लेकर बहुत खुश थे। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह युगांडा से प्यार करते हैं और वह वापस आएंगे। बता दे विदेश मंत्री जयशंकर भारत के “मजबूत द्विपक्षीय संबंधों” को और मजबूत करने के लिए 10-15 अप्रैल तक युगांडा और मोजाम्बिक की यात्रा पर थे।