India News (इंडिया न्यूज), BRICS Summit: दुनिया में कई देशों के बीच में जंग लड़ी जा रही है। जिसको मानवता के अंत की शुरुआत भी कह सकते हैं। इसमें रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल का ईरान, हमास, हिजबुल्लाह और हूती से युद्ध चल रहा है। इस वजह से पूरी दुनिया का अर्थव्यवस्था खराब हो रहा है। वहीं कई देश इन युद्धों को बंद कराने की कोशिश में लगे हुए हैं। जिसमें अमेरिका, भारत, चीन, ब्राज़ील, सऊदी अरब समेत कई देश शामिल हैं। अब देखना है कि दुनिया में चल रहे ये दो भीषण युद्ध कब खत्म होते हैं।

इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन की मुलाकात हो सकती है। इस मुलाकात से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। बता दें कि पीएम मोदी इस सप्ताह रूस के कजान में ब्रिक्स बैठक में शामिल होंगे। 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अक्टूबर को होगा। 

ईरान के राष्ट्रपति के साथ होगी पहली बैठक

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस की इस यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कथित तौर पर अन्य ब्रिक्स सदस्य देशों के कई समकक्षों से मिलेंगे और द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। विशेष रूप से आमंत्रित देशों के कुछ गैर-सदस्य भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं। वहीं, अगर यह मुलाकात होती है तो इस साल जुलाई में पेजेशकियन के पदभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली द्विपक्षीय मुलाकात होगी। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पश्चिम एशिया की स्थिति चर्चा का एक प्रमुख मुद्दा रहने की संभावना है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पेजेशकियन के साथ बैठक के दौरान पीएम मोदी संभावित गाजा युद्ध विराम का मुद्दा उठाएंगे और संघर्ष को व्यापक पश्चिम एशियाई क्षेत्र में फैलने से रोकने की आवश्यकता पर जोर देंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेतन्याहू से कही थी ये बात

हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि , भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर के अंत में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से पश्चिम एशिया में तनाव के बारे में बात की थी और आतंकवाद की निंदा की थी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमास के हमले की निंदा करने वाले पहले विश्व नेताओं में से एक थे। इसके बावजूद भी भारत ने पूर्ण युद्ध विराम का आह्वान किया है और चल रहे इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान के लिए समर्थन व्यक्त किया है।

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