India News (इंडिया न्यूज),PM Modi:भारत और अमेरिका के बीच पिछले डेढ़ दशक से रिश्ते बेहतरीन रहे हैं। सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान कुछ ऐसा हुआ जो इन दोनों देशों ही नहीं बल्कि दुनियाभर के देशों के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था। अमेरिका ने भारत से अवैध रूप से चुराई गई 297 प्राचीन वस्तुएं भारत को लौटा दी हैं। यह पहली बार है कि कोई देश किसी दूसरे देश को इतनी बड़ी संख्या में तस्करी की गई प्राचीन वस्तुएं लौटा रहा है। पीएम मोदी के साथ 10वीं-11वीं सदी की बलुआ पत्थर से बनी “अप्सरा” प्रतिमा भी भारत लौटने वाली है। अमेरिका ने रविवार को एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदा अमेरिका यात्रा के दौरान तस्करी कर लाई गई 297 प्राचीन वस्तुएं भारत को सौंप दी गई हैं। इनमें से कुछ प्राचीन वस्तुओं में 10वीं-11वीं शताब्दी की बलुआ पत्थर की “अप्सरा”, तीसरी-चौथी शताब्दी का टेराकोटा फूलदान, 15वीं-16वीं शताब्दी का कांस्य में बना जैन तीर्थंकर और पहली शताब्दी ईसा पूर्व की एक पत्थर की मूर्ति शामिल है। यह किसी भी देश द्वारा भारत को लौटाई गई सांस्कृतिक कलाकृतियों की सबसे अधिक संख्या है।

भारतीय रत्नों का मिला खजाना

मीडिया के अनुसार, इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ISIJ) और यूके स्थित फाइनेंस अनकवर्ड के सहयोग से की गई एक जांच से पता चला है कि प्राचीन वस्तुओं के डीलर सुभाष कपूर के पास 77 भारतीय रत्नों का खजाना मिला है। वह तस्करी के एक मामले में तमिलनाडु में 10 साल की जेल की सजा काट रहा है।

अप्सरा का महत्व

अप्सरा शब्द संस्कृत के शब्द अप, जिसका अर्थ है जल, और सारा, जिसका अर्थ है गति से है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, अप्सराएँ नर्तकियाँ होती हैं जो स्वर्ग में रहती हैं और देवताओं का मनोरंजन करने के लिए नृत्य करती हैं। अप्सराओं को गहरी नीली आँखों वाली खूबसूरत महिलाओं के रूप में वर्णित किया जाता है। वे इतनी आकर्षक होती हैं कि हर पुरुष उन्हें पाने की इच्छा रखता है।

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