India News (इंडिया न्यूज),Indian Trapped in Russia: खासकर भारतीयों में विदेश जाकर वहां नौकरी करने का क्रेज है। वे अक्सर बाहरी दुनिया से प्रभावित होते हैं। इसलिए, हर साल बड़ी संख्या में लोग विदेशी नौकरियों के लिए भारत छोड़ रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच, कुछ भारतीयों को रूस में अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियों का लालच दिया गया। इसी लालच में यूपी-बिहार के ज्यादातर लोगों ने वहां जाने का फैसला किया था। लेकिन इसके परिणामस्वरूप, वे अब वहां काम नहीं कर रहे हैं बल्कि युद्ध में लड़ने के लिए मजबूर हो रहे हैं। रूस में करीब 160 भारतीय फंसे हुए हैं जो भारत वापस आने की कोशिश कर रहे हैं।
रूस के रोस्तोव में फंसे इस भारतीय ने मीडिया के जरिए पीएम मोदी से देश वापसी की अपील की है। बिजली कंपनी ‘बुलवा’ में काम करने वाले इन भारतीयों ने पीएम से उन्हें भारत वापस लाने की अपील की है। फंसे हुए भारतीयों का कहना है कि कंपनी ने उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए हैं।
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जबरन युद्ध लड़ने के लिए भेजा जा रहा
पासपोर्ट जब्त करने के अलावा कंपनी ने इन सभी भारतीयों को दो महीने से वेतन भी नहीं दिया है। सभी को जबरन युद्ध लड़ने के लिए भेजे जाने की धमकी भी दी जा रही है। आपको बता दें कि रोस्तोव शहर रूस-यूक्रेन सीमा पर पड़ता है। इन भारतीयों को फर्जी नौकरी का झांसा देकर रूस बुलाया गया था, लेकिन अब ये सभी फंस गए हैं।
ज्यादातर यूपी-बिहार के मुसलमान
फंसे हुए अधिकांश भारतीय यूपी-बिहार के मुस्लिम समुदाय से हैं। सभी ने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा है कि मोदी जी हमें बचा लीजिए। आपको बता दें कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने पहले इस मामले में बयान दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सभी फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने की कोशिश कर रहा है। भारतीय अधिकारी रूसी अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि रूस में फंसे भारतीयों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। हालांकि, सरकार ने अभी तक पीएम से की गई अपील का जवाब नहीं दिया है।
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