India News (इंडिया न्यूज),Iran Hangs Minor Boy: ईरान ने 17 साल के एक नाबालिग लड़को को फांसी पर लटका दिया। ईरान ह्यूमन राइट्स के अनुसार, हमीद्रेजा अजारी नाम के लड़के को ईरान के खुरासान ए रजावी प्रांत में फांसी दी गई। मानवाधिकारों संगठनों ने बताया कि ईरान द्वारा नाबालिग को दी गई फांसी संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के कानूनों का उल्लंघन है। ईरानी मानवाधिकार समूहों के अनुसार, यह साल भर में ईरान के अंदर कम से कम 685 लोगों को फांसी दी जा चुकी है।

यह फांसी संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन का है उल्लंघन

इस साल मई में एक विवाद में एक व्यक्ति की हत्या के लिए हमीद्रेजा अजारी को कथित तौर पर मौत की सजा सुनाई गई थी। अजारी अपने परिवार का इकलौता बच्चा था। रिपोर्ट में कहा गया कि उसने हाल ही में स्क्रैप वर्कर के तौर पर काम करना शुरू किया था। ह्यूमन राइट्स समूहों ने कहा है कि अपराध के समय उसकी उम्र 16 साल की थी और फांसी के वक्त उसकी उम्र 17 साल थी।मानवाधिकार समूहों ने कहा कि अजारी को दी गई यह फांसी संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन का उल्लंघन है। कन्वेंशन 18 साल के कम आयु को बच्चा मानता है।

क्या बाल अपराधियों को मिलती है मौत की सजा?

ईरानी मानवाधिकार समूहों ने कहा है कि ईरान दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है जो बाल अपराधियों को भी मौत की सजा देता है। इतना ही नहीं ईरान में अन्य देशों की तुलना में यहां किशोरों को अधिक फांसी दी जाती है। ईरान के मावाधिकार समूहों की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, ईरान कम से कम 685 लोगों को फांसी दी गई है।

इस जगह पर 15 साल की उम्र में मिल जाता है ड्राइविंग लाइसेंस

ईरान के मानवाधिकार के निदेशक महमूद अमीरी मोगदाम ने कहा कि ईरान में ड्राइविंग लाइसेंस लेने की उम्र 18 साल होती है लेकिन उन्हें 15 साल की उम्र में ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता है। मानवाधिकार समूहों ने बताया कि ईरानी मीडिया ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन से बचने के लिए जानकर लड़के की उम्र 18 साल बताई थी।

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