India News (इंडिया न्यूज), Iran Israel War: ईरान ने मंगलवार (1 अक्टूबर) को तेल अवीव पर करीब 150 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से कई को इजरायल ने आसमान में ही मार गिराया। इस हमले से हुए नुकसान का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन 1 अक्टूबर की रात को हुए इस हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। अमेरिका और इजरायल ने जहां ईरान को चेतावनी दी है, वहीं हूती विद्रोहियों ने ईरान के मिसाइल हमले की तारीफ की है।यमन में सुप्रीम पॉलिटिकल काउंसिल के चेयरमैन फील्ड मार्शल महदी अल-मशात ने दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर ईरान के हमले की तारीफ करते हुए दावा किया कि ज़ायोनी सेना और रक्षा के महत्वपूर्ण हिस्से नष्ट हो गए।
अमेरिका को आग से नहीं खेलने की चेतावनी
राष्ट्रपति ने यमनी न्यूज एजेंसी को दिए गए बयान में इस ऑपरेशन को आत्मरक्षा के लिए सही बताया। उन्होंने कहा कि हम इजरायली दुश्मन के जवाब में ईरान के साथ खड़े हैं और हम पुष्टि करते हैं कि उसे अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है। राष्ट्रपति अल-मशात ने अमेरिका को आग से खेलने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायली दुश्मन के अपराधों का जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने किसी भी मूर्खतापूर्ण निर्णय की स्थिति में अमेरिकियों को रोकने के लिए यमन के सशस्त्र बलों की तत्काल तत्परता को दोहराया। उन्होंने कहा कि हम अमेरिकियों और इजरायलियों को हमारे देश के किसी भी बेटे को निशाना बनाने से नहीं बख्शेंगे।
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यमन के राष्ट्रपति ने क्या कहा?
राष्ट्रपति अल-मशात ने कहा कि अब किसी भी अंतरराष्ट्रीय संगठन को बोलने का अधिकार नहीं है क्योंकि जब इजरायली दुश्मन अपने हमलों से तबाही फैला रहा था, तब वह चुप था। इसके साथ ही उन्होंने इजरायलियों को कैंसर बताते हुए कहा कि हम उन सभी मुजाहिदीनों को सलाम करते हैं। जो इससे लड़ने के लिए इतनी दूर तक आए हैं। उन्होंने कहा कि आपके पास कार्रवाई करने का मौका है क्योंकि दुश्मन घातक आतंकवादी हमलों से जूझ रहा है।