India News (इंडिया न्यूज), Masih Alinejad assassination: ईरानी शासन के खिलाफ मुखर रहने वाली ईरानी-अमेरिकी पत्रकार मसीह अलीनेजाद की हत्या की साजिश के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अमेरिकी अदालत में सुनवाई के दौरान अभियोजकों ने कहा कि ईरानी सरकार ने अलीनेजाद को खत्म करने के लिए 500,000 डॉलर (करीब 4 करोड़ रुपये) का इनाम रखा था। ईरान ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए रूसी माफिया के दो सदस्यों को काम पर रखा था, लेकिन अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते साजिश को नाकाम कर दिया।
मसीह अलीनेजाद ने 2009 में ईरान छोड़ दिया था और तब से वह अमेरिका में रह रही हैं और ईरान की महिला विरोधी नीतियों और धार्मिक प्रतिबंधों के खिलाफ़ आवाज़ उठा रही हैं। उन्होंने ‘माई स्टील्थी फ़्रीडम’ नाम से एक ऑनलाइन अभियान चलाया, जिसमें उन्होंने ईरानी महिलाओं को बिना हिजाब के अपने वीडियो शेयर करने के लिए प्रेरित किया। यह अभियान ईरान के सख्त हिजाब कानूनों के खिलाफ़ एक खुला विद्रोह था, जिसने उन्हें ईरानी शासन का सबसे बड़ा दुश्मन बना दिया।
रूसी माफिया कनेक्शन
अमेरिकी अभियोजकों के अनुसार, ईरानी सरकार ने अलीनेजाद को ‘देश का दुश्मन’ घोषित कर रखा था और कई सालों तक उसे डराने और बदनाम करने की कोशिश की। जब यह सब विफल हो गया, तो ईरान ने उसकी हत्या की साजिश रची और इसके लिए रूसी माफिया से संपर्क किया। साजिश के तहत, अज़रबैजानी मूल के दो रूसी अपराधियों, राफ़त अमीरोव और पोलाद ओमारोव को इस मिशन पर लगाया गया। लेकिन इससे पहले कि वे अपने मकसद में कामयाब हो पाते, अमेरिकी एजेंसियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
एके-47 के साथ पकड़ा गया
हत्या के लिए भेजे गए शूटर खालिद मेहदीयेव ने अदालत में कबूल किया कि उसे अलीनेजाद को मारने के लिए 30,000 डॉलर दिए गए थे। लेकिन जब वह अपने मिशन पर था, तो पुलिस ने उसे मामूली यातायात उल्लंघन के लिए रोक लिया और उसकी कार से भरी हुई एके-47 राइफल बरामद की गई। इसके बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और साजिश का पर्दाफाश हो गया।
ईरान से लगातार हमले का खतरा
अलीनेजाद ने अदालत में गवाही देते हुए कहा कि वह लगातार ईरानी एजेंटों के निशाने पर है और उसे धमकियाँ मिलती रहती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है जब ईरान ने उनकी हत्या की साजिश रची हो। इससे पहले 2021 में भी ईरान ने उन्हें अगवा करने की कोशिश की थी, लेकिन तब भी अमेरिका ने इस साजिश को नाकाम कर दिया था।
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