India News (इंडिया न्यूज), India Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर बेहद ही गंभीर आरोप लगाए हैं। जिससे तनाव और बढ़ गया है। दरअसल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि, भारत खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर और खालिस्तानी नेताओं पर हमला करने के लिए लॉरेंस बिश्नोई के गैंग की मदद ले रहा है। इस बीच अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है। जिसमें कहा गया है कि पिछले महीने भारत और कनाडा की एक गोपनीय बैठक हुई थी। हम आपको बताते चले कि, भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल पिछले हफ्ते सिंगापुर में थे, जहां पर कनाडा के अधिकारियों के साथ उनकी खुफिया बैठक हुई थी। इस बैठक में कनाडाई अधिकारियों ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर बात की थी।
हम आपको बता दें कि, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या हो गई है। इसमें जिन 3 हत्यारों ने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलवाई है। उसके तार लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ रहे हैं। हालांकि वो फिलहाल जेल में बंद है, जेल में रहने के बावजूद भी वो जेल से बैठे-बैठे अपना गैंग चला रहा है। जानकारी के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई गैंग में 700 से ज्यादा शूटर्स है। अब ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि इसका नेटवर्क विदोशों तक फैला हुआ है। इस सबके बीच कनाडा ने भारत सरकार पर जो आरोप लगाया है वो बेहद गंभीर है।
दरअसल खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और दूसरे खालिस्तानी नेताओं पर हमले को लेकर कनाडा सरकार ने भारत पर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा का कहना है कि भारत के इशारे पर लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगी मिलकर कनाडा में ये सब कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अजित डोभाल के साथ हुई बैठक में कनाडा सरकार ने लॉरेंस बिश्नोई की संलिप्तता पर जोर दिया है। दरअसल कनाडा के अधिकारी के हवाले से इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बैठक के दौरान अजति डोभाल ने पहले ऐसे जताया जैसे कि वह लॉरेंस बिश्नोई को जानते ही नहीं है। लेकिन बाद में उन्होंने इस बात को एक्सेप्ट किया है कि लॉरेंस बिश्नोई जेल में बैठकर भी हिंसा और हमले जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहा है। ये जानकारी सामने आ रही है कि ये बैठक लगभग 5 घंटे तक चली है। इस बैठक में कनाडा के सिक्योरिटी एडवाइजर नेथेली ड्राउनी के अलावा, उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन और रॉयल कनेडियन माउंटेड पुलिस के सीनियर मेंबर भी शामिल थे।
जानकारी सामने आ रही है कि, अजित डोभाल से कनाडाई अधिकारियों ने कहा है कि वह निज्जर की हत्या मामले में 4 भारतीय अधिकारियों की संलिप्तता को लेकर डिटेल्स सार्वजनिक करने की सोच रहे हैं। क्योंकि अगले महीने इस मामले में जांच होनी है। हालांकि अजित डोभाल ने इस पर कहा है कि निज्जर की हत्या या कनाडा में हिंसा करवाने में भारत के लिंक के कनाडा के किसी भी आरोपों को भारत सिरे से खारिज करता है। हम आपको बताते चले कि पिछले साल खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी।
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कनाडा निज्जर की हत्या के मामले में भारत के लिंक का आरोप लगाता रहा है। उसने कनाडा में भारतीय उच्चायोग संजय वर्मा समेत छह राजनयिकों के हत्या में सीधे शामिल होने का दावा किया है। इस वजह से उसने सोमवार (14 अक्टूबर, 2024) को भारतीय राजनयिकों को देश छोड़ने को कह दिया है। कनाडा की इस कार्रवाई पर भारत सरकार ने भी 6 कनाडाई राजनयिकों को देश छोड़ने आदेश दे दिया था। साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में कनाडा के आरोपों को खारिज किया और कहा कि ये उसका राजनीतिक हथकंडा है।
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