India News (इंडिया न्यूज), ISI In Bangladesh : इस वक्त पाकिस्तान से ज्यादा चिंता नई दिल्ली को बांग्लादेश की है। वहां पर हुए सत्ता परिवर्तन और शेख हसीना के देश से भागने के बाद अब वहां पर भारत विरोधी गतिविधियां अपने चरम पर है। मोहम्मद यूनुस सरकार को अब भारत के खिलाफ पाकिस्तान का भी साथ मिलते हुए दिख रहा है। कुछ समय पहले ही मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की थी। अब कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के दुश्मन आईएसआई का भी ढाका में स्वागत हुआ है।
करीब एक दशक के बाद ISI की टीम ढाका पहुंची है। ISI का ढाका में पहुंचना भारत के लिए खतरें की घंटी है। इससे पहले बांग्लादेश के आर्म्ड फोर्स के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफसर लेफ्टिनेंट जनरल कमर-उल-हसन ने भी पाकिस्तान का दौरा किया था।
बांग्लादेश पहुंची ISI
रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएसआई की जो टीम ढाका पहुंची है उसमें मेजर जनरल शाहिद अमीर अफ्सर भी शामिल हैं। यह चीन में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके हैं। उनके साथ दो ब्रिगेडियर, आलम आमिर अवान और मुहम्मद उस्मान जतीफ भी ढाका पहुंचे हैं। आईएसआई चीफ जनरल मुहम्मद आसिम मलिक के भी बांग्लादेश आने की संभावना थी लेकिन वो इस टीम में सामिल नहीं हैं। खबरों के मुताबिक ISI का डेलिगेशन 24 जनवरी तक बांग्लादेश में रहेगा। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई तरह की वार्ता की संभावना है। ऐसी रिपोर्ट है कि दोनों देश खुफिया जानकारी साझा करने के बारे में विचार कर सकते हैं।
शेख हसीना को वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग
बीते मंगलवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की तरफ से कहा गया कि वह अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत से वापस लाने के अपने प्रयास जारी रखेगी और यदि जरूरत पड़ी तो अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की भी मांग करेगी। डेली स्टार अखबार के मुताबिक अंतरिम सरकार में कानूनी मामलों के सलाहकार आसिफ नजरूल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, अगर भारत हसीना को वापस भेजने से इनकार करता है तो यह बांग्लादेश और भारत के बीच प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा। याद दिला दें कि पिछले साल पांच अगस्त से शेख हसीना भारत में हैं।