India News (इंडिया न्यूज), Ismail Haniyeh Death: ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनियेह की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। हनियेह के बेटे ने अपने पिता की मौत को लेकर बड़ा खुलासा किया है। सऊदी अरब के सरकारी मीडिया आउटलेट अल अरबिया से बात करते हुए शुक्रवार (16 अगस्त) को बेटे अब्दुस्सलाम हनियेह ने बताया कि गाइडेड मिसाइल फोन से कनेक्ट थी और फोन को ही ट्रैक कर रही थी। हनियेह के बेटे ने बताया कि मिसाइल ने उनके पिता के सिर के पास रखे फोन को निशाना बनाया और फट गई। दरअसल, हमास प्रमुख इस्माइल हनियेह की 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी। हनिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे।
हनियेह के बेटे ने बताई सच्चाई
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हनियेह के कमरे में पहले से ही विस्फोटक रखे गए थे। यह बम हनियेह के आने से दो महीने पहले ही उसके कमरे में रखा गया था। इस रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि विस्फोटक को अत्याधुनिक रिमोट तकनीक से नियंत्रित किया गया था। ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुख्य वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह की हत्या में भी इसी तरीके का इस्तेमाल किया गया था। फिलहाल हनियेह के बेटे अब्दुस सलाम ने न्यूयॉर्क टाइम्स की इस थ्योरी को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
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अब्दुस सलाम ने अल अरबिया से कहा कि मुझे लगता है कि विस्फोटक डिवाइस की कहानी पूरी तरह से निराधार है। उन्होंने कहा कि हनिया के अंगरक्षक और कुछ सलाहकार उसके कमरे से कुछ मीटर की दूरी पर थे। यह साफ है कि अगर कोई विस्फोटक होता तो पूरी जगह उड़ जाती।
क्या अमेरिकी मदद से की गई हनियेह की हत्या?
बता दें कि, अब्दुस सलाम ने कहा कि यह एक गाइडेड मिसाइल थी, जो उसके पिता के फोन से जुड़ी हुई थी। रात को सोते समय उन्होंने अपना फोन सिर के पास रखा था, जिसे मिसाइल ने निशाना बनाया। हनियेह के बेटे ने बताया कि उनके पिता ईरान में फोन का खूब इस्तेमाल कर रहे थे। यहां तक कि घटना वाले दिन भी वे रात 10:15 बजे तक फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। अब्दुस्सलाम ने बताया कि मेरे पिता एक आधिकारिक समारोह में शामिल होने आए थे और लगातार फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। जिसकी वजह से वे आसान निशाना बन गए। उन्होंने कहा कि उन्हें शक है कि इस ऑपरेशन को अमेरिका की मदद से अंजाम दिया गया।
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