India News (इंडिया न्यूज), Israel Air Strikes: यहूदी देश इजरायल के बारे में एक कहावत है कि वो अपने दुश्मनों को कभी नहीं भूलता है। इजरायली सेना ने उन हत्यारों को ढूँढ़कर मार डाला जिन्होंने खेल के मैदान में फुटबॉल खेल रहे बच्चों पर रॉकेट दागे और फिर उनकी मौत का जश्न मनाया। साथ ही उन्होंने उस व्यक्ति को भी मार डाला जिसने 24 साल पहले इजराइली सेना के एक जवान की भीड़ द्वारा हत्या कर दी थी। उसने पूरी दुनिया को अपने खून से सने हाथ दिखाए और खुलेआम जश्न मनाया था। इजरायली सेना ने एक्स पर लिखाकि हमने आतंकवादी अब्देल अजीज सलहा को मार डाला है। उसने वर्ष 2000 में वेस्ट बैंक में हमारे दो सैनिकों की भीड़ द्वारा हत्या कर दी थी।

इजरायली सेना ने लिया बदला

बता दें कि, अब्देल अजीज सलहा भीड़ के साथ फिलिस्तीनी पुलिस स्टेशन में घुस गया था और वहाँ मौजूद हमारे इजरायली सैनिकों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने पुलिस स्टेशन की खिड़की से अपने खून से सने हाथ लहराए, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। ये दोनों इजरायली सैनिक गलती से फिलिस्तीनी क्षेत्र में घुस गए थे, जहां फिलिस्तीनी सैनिकों ने उन्हें पकड़ लिया था। आईडीएफ ने एक्स पर उनकी तस्वीर भी पोस्ट की है। दो सैनिकों की मौत के बाद इजरायली सेना ने सलहा को गिरफ्तार कर लिया। उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। लेकिन 2011 में उसे गाजा में हमास द्वारा बंदी बनाए गए एक इजरायली सैनिक के बदले में रिहा कर दिया गया था। तब रिहा किए गए अन्य कैदियों में से एक याह्या सिनवार भी था, जो 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले का मास्टरमाइंड है।

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एक और बदला हुआ पूरा

दरअसल, हिजबुल्लाह ने गोलान हाइट्स के खेल के मैदान में फुटबॉल खेल रहे बच्चों पर रॉकेट दागे थे, जिसमें 12 इजरायली बच्चों की मौत हो गई थी। अब इजरायली वायुसेना ने हिजबुल्लाह के आतंकी खिद्र अल-शबिया को मार गिराया है। आईडीएफ ने कहा कि खिद्र अल-शबिया के आदेश पर बच्चों पर रॉकेट दागे गए थे। वहीं उसकी मौत के साथ ही इजरायल का बदला पूरा हो गया है। आईडीएफ उन सभी आतंकियों को खोजकर खत्म कर रहा है जो सालों से इजरायल के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं।

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