India News (इंडिया न्यूज),Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के कारण पूरी दुनिया परेशान है। वहीं अब ऐसा लग रहा कि, ISIS की तरह हमास के खात्मा करने का भी इजरायल ने मन बना लिया है। जानकारी के लिए बता दें कि, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन है। इससे निपटने के लिए लगभग 10 साल पहले अमेरिका ने एक गठबंधन बनाया था। इसमें दुनियाभर के तमाम देश शामिल हैं। अब ठीक वैसी ही स्ट्रैटजी फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास से निपटने के लिए भी बनाई जा रही है।
आईएसआईएस से भी ज्यादा क्रूर
जानकारी के लिए बता दें कि,मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में इजरायली विदेश मंत्री एली कोहेन ने भी कहा कि, हमास इतिहास में आईएसआईएस से भी ज्यादा क्रूर है। वहीं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू इससे पहले कई बार हमास को इस्लामिक स्टेट से भी बदतर बता चुके हैं। इसी बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों इजरायल पहुंचे। वहां उन्होंने हमास से निपटने का एक ‘फॉर्मूला’ दिया। बता दें कि, मैक्रों ने प्रस्ताव दिया कि, इराक और और सीरिया में इस्लामिक स्टेट से लड़ने के लिए जो अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बना था, उसका दायरा हमास तक बढ़ाया जाए।
अब हमास की खैर नहीं
जानकारी के लिए बता दें कि, ISIS की तरह ही हमास को खत्म करने के प्रस्ताव पर इजरायल काम कर रहा है। इसी चलते इजरायल ने इस्लामिक स्टेट से निपटने के लिए स्ट्रैटजी अपनाई है। अब वही स्ट्रैटजी हमास से निपटने के लिए बनाई जा रही है। मिली जानकारी के लिए बता दें कि, हमास से निपटने के लिए अमेरिका एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने की तैयारी कर रहा है। यूरोप से लेकर अरब देशों के साथ तक बैठक चल रही है।
अंतराष्ट्रीय गठबंधन की तैयारी
इसके साथ ही जानकारी ये भी सामने आ रही है कि, अब अमेरिका हमास के लड़ने के लिए अमेरिका एक अंतराष्ट्रीय गठबंधन बनाने वाला है। जिसका मकसद हमास की फंडिंग को टारगेट करना होगा। जिसके बारे में जानकरी देते हुए अमेरिका के उप ट्रेजरी सचिव वैली एडेइमो ने बताया कि, जिस रणनीति का इस्तेमाल इस्लामिक स्टेट का मुकाबला करने के लिए किया गया था, वही यहां इस्तेमाल करना है।
जानिए क्या है अंतराष्ट्रीय गंठबंधन
ये तब की बात है जब इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया की जब बर्बरता बढ़ने लगी, तो उससे लड़ने के लिए अमेरिका की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाया गया। इसमें अमेरिका के अलावा यूके, फ्रांस, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कनाडा और सऊदी अरब समेत 86 देश शामिल हैं। वहीं इनके अलावा नाटो और यूरोपियन यूनियन भी भी इसके सदस्य हैं। बता दें कि, ये गठबंधन 2014 में बना था। तब से ही ये इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ रहा है। इस गठबंधन में शामिल सारे देश इस्लामिक स्टेट के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये सिर्फ इस्लामिक स्टेट से सैन्य तौर पर ही नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि उसकी उसकी फंडिंग और प्रोपेगेंडा को भी रोक रहे हैं।
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