India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: गाजा में विक्राल स्थीति के बाद लगातार विदेशी ताकतों के दबाव के बीच इजरायल अपना रूख बदलने को तैयार नहीं है। जिसके बाद इजरायली सरकार ने अपनी इक्षा जताते हुए अपनी प्राथमिकता बताई है कि उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता हमास को नष्ट करना है। इसके साथ ही सरकार गाजा से बंधकों की सुरक्षित वापसी भी चाहती है। जिसके बारे में पीएम नेतन्याहू ने कहा कि, प्रधानमंत्री के तौर पर वह दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन गठबंधन सरकार के मुखिया के तौर पर उन्हें सहयोगियों के दबाव का भी सामना करना पड़ रहा है।
इजरायली नेता का बयान
कई बार युद्ध कैबिनेट में सर्वसम्मति से लिए गए फैसलों को लागू करने में दिक्कत आती है। इजरायली सरकार में धुर दक्षिणपंथी पार्टी के नेता और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-गिविर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति की गाजा योजना को लागू करने के लिए लीपापोती कर रहे हैं।
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वह गाजा में युद्ध की गति धीमी कर रहे हैं। इस बीच गाजा में इजरायली सेना के ताजा हमलों में 11 लोग मारे गए हैं। इनमें से नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक महिला समेत सात लोग मारे गए और बुरेज शरणार्थी शिविर में तीन बच्चों समेत चार लोग मारे गए। रफाह में भी इजरायली सेना की कार्रवाई जारी है।
इजरायली बंधको का शव
इजरायली गाजा में सीमा के पास सैनिकों का बुरी तरह क्षत-विक्षत शव मिला है। संदेह है कि यह शव 35 वर्षीय डोलेव येहुद का है, जिसे हमास ने अगवा कर बंधक बना लिया था। इजरायली सेना ने कहा है कि येहुद की हाल के दिनों में बेरहमी से हत्या की गई है। बंधक का शव ऐसे समय मिला है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की गाजा में युद्ध विराम लागू करने की योजना पर चर्चा जोरों पर है। इस योजना में बंधकों की रिहाई के बदले गाजा में स्थायी युद्ध विराम किया जाना है।
मिली जानकारी के अनुसार इजरायली हमलों से अपनी जान बचाने के लिए 10 लाख से अधिक फिलिस्तीनी शरणार्थी राफा छोड़कर खान यूनिस और अन्य स्थानों के पास बने शरणार्थी क्षेत्र में पहुंच गए हैं। लेकिन राफा में अभी भी कई लाख फिलिस्तीनी मौजूद हैं। इन शरणार्थियों को इजरायली सेना ने कुछ सप्ताह पहले गाजा के विभिन्न हिस्सों से शरण लेने के लिए मिस्र के सीमावर्ती शहर राफा भेजा था।