India News,(इंडिया न्यूज),Isreal Hamas War: इजरायल हमास युद्ध को लेकर पूरी दुनिया परेशान है। वहीं दूसरी ओर आईडीएफ का बड़ा दावा सामने आया है। जिसमें आईडीएफ ने कहा है कि, वह गाजा पट्टी के अल-शिफा अस्पताल में फंसे बच्चों को निकालने में मदद करेगा। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने घोषणा की है कि इजरायली हमले के कारण अल-शिफा अस्पताल से उसका संपर्क टूट गया है और अस्पताल में बच्चे और बुजुर्ग पीड़ित हैं। हमास द्वारा संचालित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले कहा था कि इजराइली सेना अस्पताल पर गोलाबारी कर रही है और अस्पताल में बिजली नहीं है, इसके कारण गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में लोगों की मौत हो गई।
हमास का आरोप
जानकारी के लिए बता दें कि, इसके साथ ही आईडीएफ लगातार यह कहता रहा है कि, अल-शिफा अस्पताल हमास का एक प्रमुख कमांड सेंटर है। जिसके भूमिगत सुरंग नेटवर्क अस्पताल से जुड़े हुए हैं। वहीं आईडीएफ ने यह भी आरोप लगाया है कि हमास हमलों से बचने के लिए बच्चों और बूढ़ों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। दूसरी ओर, रामल्ला स्थित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल में ईंधन खत्म हो गया है।
नवजात शिशुओं के जान की बात
इसके साथ ही बता दें कि, इनक्यूबेटरों की बिजली कट जाने से दर्जनों नवजात शिशुओं की मौत का खतरा पैदा हो गया है। मानवाधिकार-इज़रायल के चिकित्सकों ने अस्पताल के डॉक्टरों का हवाला देते हुए शनिवार को एक बयान में चेतावनी दी कि दो शिशुओं की मृत्यु हो गई है, जबकि समय से पहले जन्मे 37 अन्य शिशु खतरे में हैं। बता दें कि, ईंधन की कमी और इजरायली हमलों के परिणामस्वरूप चिकित्सा परिसर सेवा से बाहर हो गया है. ए-केदरा ने एक प्रेस बयान में कहा, “ईंधन खत्म होने के साथ-साथ इजरायली हमलों के परिणामस्वरूप अल-शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स के सभी अनुभाग और विभाग पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं।
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