India News (इंडिया न्यूज),Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध अब विक्राल रूप लेता हुआ दिख रहा है। जहां इस जंग के शुरूआत के 12वें दिन भी जारी रहा। लेकिन इन सबके बीच गाजा के अस्पताल पर हुए हमले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है। बता दें कि, हमास का दावा है कि हमले में हुई 471 लोगों की मौत के पीछे इजरायल जिम्मेवार है। वहीं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास के रॉकेट से ही अस्पताल में विस्फोट हुआ। इन सबके बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को तेल अवीव पहुंचे। जहां बाइडेन के स्वागत में पीएम नेतन्याहू ने खुद एयरपोर्ट पर उनकी आगवानी की। इसके बाद दोनों नेताओं ने बैठक की।

गाजा अस्पताल मामले में कही ये बातें

जानकारी के लिए बता दें कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गाजा अस्पताल का मामला उठाते हुए कहा कि, उन्होंने जो देखा है, उसके आधार पर ऐसा लगता है कि गाजा अस्पताल में विस्फोट किसी दूसरी टीम ने किया था, न कि इजरायली सेना ने। इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर गाजा के अस्पताल में हुए विस्फोट के लिए कौन जिम्मेदार है। इसके साथ ही बाइडेन ने कहा कि, ”इजरायल अकेला नहीं है। इंसाफ होना चाहिए। हमास के आतंकियों ने नरसंहार किया है। हमास फलस्तीन का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। अमेरिका नागरिकों के साथ खड़ा है। गाजा के नागरिकों को खाने की जरूरत है।

मानवीय रक्षा प्रदान करेगा इजरायल

अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि, गाजा के लोगों को भोजन, पानी, दवा और शेल्टर की आवश्यकता है। आज, मैंने इजरायली कैबिनेट से गाजा में नागरिकों को जीवन रक्षक मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए सहमत होने के लिए कहा। इसके बाद बाइडेन ने कहा कि, इजरायल मिस्र के रास्ते से मानवीय सहायता जाने देने को राजी हो गया है। सहायता नागरिकों को मिलनी चाहिए, हमास को नहीं। हमास गाजा में निर्दोष लोगों को मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहा है। इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तेल अवीव में कहा कि, अमेरिका गाजा और वेस्ट बैंक में रहने वालों को 100 मिलियन डॉलर का फंड मुहैया कराएगा। इससे मानवीय मदद की जाएगी.

नेतन्याहू का कार्यालय की प्रतिक्रिया?

बाइडेन के आग्रह के बाद गाजा में आम लोगों के सामने खड़े संकट के बीच इजरायल के पीएम ऑफिस ने कहा है कि, मानवीय सहायता मिस्र की ओर से जाने के लिए अनुमति देगा। दरअसल, युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में रह रहे लाखों लोगों के सामने खाने, पीने, दवाईयों और बिजली का संकट खड़ा हो गया है।

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