India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में अब इजरायल का भयावह रूप कहीं इजरायल पर ही भारी ना पड़ जाए। जाहीर सी बात है कि, लगातार गाजा पर इजरायली हमले गाजा तो ध्वस्त होने के कगार पर आ गया लेकिन इसका असर इजरायल के वित्त विभाग पर दिखने लगा। जो कि इस विवाद का गेम चेंजर के तौर पर हो सकता है।
GDP में 20 प्रतिशत की गिरावट
2023 की आखिरी तिमाही में इज़राइल की जीडीपी में 20 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है, जो वित्तीय संकट का संकेत है। पिछली तिमाही की तुलना में स्थिर वृद्धि के बजाय गिरावट आई है। इस गिरावट का मुख्य कारण हमास के साथ युद्ध है। इसका असर हाई-टेक सेक्टर पर भी पड़ा है, जिसमें गिरावट का कारण गाजा में चल रहे युद्ध को माना जा रहा है।
कोविड के बाद की स्थिति
कोविड-19 महामारी के बाद से यह इज़राइल की सबसे खराब तिमाही थी, निर्यात और आयात में भी गिरावट आई थी। ये समस्याएँ बढ़ गईं क्योंकि एयरलाइंस ने उड़ानें रोक दीं और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग को लाल सागर से फिलहाल के लिए दूर रखा गया है।
इतने लोगों की गई जान
इस युद्ध के दौरान इज़राइल में लगभग 1,160 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर नागरिक हैं। इसके अतिरिक्त, गाजा पर इजरायली हमलों में 29,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। युद्ध के बाद देश में श्रमिकों की कमी और पर्यटन उद्योग का पतन भी देखा गया। इजरायली सेना ने रिजर्विस्टों को बुलाया और सरकार ने फिलिस्तीनी मजदूरों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। इन सभी परिस्थितियों के कारण इजरायली अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है, जिसे अब दुरुस्त करने की जरूरत है।
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