India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर पूरी दुनिया परेशान है। इसी बीच इस युद्ध को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है कि, जहां खबर ये आ रही है कि, इजरायली सेना हमास के आतंकियों को निशाना बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ले रही है।

जिसके बारे में जानरारी देते हुए इजरायली अधिकारियों का कहना है कि, एआई-आधारित टूल को ‘लैवेंडर’ कहा जाता था। इसे 10 प्रतिशत गलती करने के लिए भी जाना था। जब इस बारे में इस्राइल के रक्षा बलों (आईडीएफ) से पूछा गया तो उन्होने टूल के होने पर विवाद नहीं किया। हालांकि, इस बात से इनकार किया कि संदिग्ध आतंकवादियों की पहचान के लिए एआई का इस्तेमाल किया जा रहा था।

ये भी पढ़े:- Iran Terrorist Attack: दक्षिण पूर्वी ईरान में फिर हुई झड़प! 8 आतंकियों और 5 ईरानी फोर्स जवानों की मौत

अधिकारियों ने दी जानकारी

 

वहीं इस मामले में इजरायली सेना के एक अधिकारी ने कहा कि, मशीन रबर स्टैंप की तरह काम करती थी। पहले पुरुष की पहचान करती और 20 सेंकड के अंदर ही हमला कर देती। जारी रिपोर्ट की माने तो, एक लंबे बयान में सेना ने इस बात पर जोर दिया की आतंकियों की पहचान करने की प्रक्रिया में सूचना प्रणाली केवल एक टूल है। हम जंग के समय नागरिकों को कम नुकसान हो इसकी कोशिश में लगे हैं। सेना का यह भी कहना है कि विश्लेषकों को नियमों को देखते हुए एक स्वतंत्र जांच करनी चाहिए।

ये भी पढ़े:-Lok Sabha Election: हमें मत बताओ कि चुनाव कैसे…., जयशंकर ने UN को लगाई फटकार

अंतरराष्ट्रीय जांच में तेजी

 

इसके साथ ही गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि, गाजा में अबतक 32,916 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र की माने तो उत्तरी गाजा में लगभग तीन-चौथाई आबादी भूख से पीड़ित है।