India News(इंडिया न्यूज),Israel-Hamas War: पिछले छह महीनों से हमास और इजराइल के बीच जंग चल रही है। हमास को खत्म करने का इजराइल का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। गाजा में मानवीय स्थितियों को लेकर दुनियाभर के लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। वहीं, इजराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) भी अपने लोगों को हमास के कब्जे से छुड़ाने के लिए जी-जान से जुटी हुई है। जिसके बाद अब इजरायली सेना की बड़ी कामियाबी सामने आई है जिसमें इजरायली सेना ने जान पर हथेली रख कर चार औऱ बंधको को हमास के कब्जे से छुड़ा लिया है।

  • इजरायली सेना की बड़ी कामियाबी
  • चार और बंधको को करवाया रिहा
  • रंग लाई हफ्तों की प्लानिंग

इजरायली सेना का दावा

इजरायली सेना ने शनिवार को दावा किया कि एक कठिन ऑपरेशन के बाद नोआ अर्गामानी, अल्मोग मीर जान, एंड्री कोजलोव और श्लोमी जिव को गाजा से हमास के चंगुल से सुरक्षित बचा लिया गया। वहीं इस मामले में बता दें कि जिन चार लोगों को अब रिहा किया गया है, वे भी उन 250 बंधकों में शामिल थे। इन चार बंधकों को हमास ने 7 अक्टूबर को नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से अगवा किया था। आईडीएफ ने दिन में चलाए गए इस ऑपरेशन को सीड्स ऑफ समर नाम दिया है। उन्होंने इसे बेहद खतरनाक और जटिल मिशन बताया।

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कई हफ्तों से चल रही थी प्लानिंग

इजरायली डिफेंस फोर्स के रियर एडमिरल डेनियल हैगरी ने बताया कि बंधकों को रिहा कराने के लिए कई हफ्तों से प्लानिंग की जा रही थी। इस ऑपरेशन की योजना खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करके बनाई गई और गाजा के नुसेरत में स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 11 बजे इसे अंजाम दिया गया।

हघारी ने दी जानकारी

हघारी ने यह भी बताया कि यमाम नेशनल पुलिस की विशेष आतंकवाद निरोधी इकाई के अधिकारियों ने हमास की दो इमारतों पर छापा मारा और तीन पुरुष और एक महिला बंधकों को बचाया। आतंकवाद निरोधी इकाई में शिन बेट के एजेंट भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान की तैयारी हफ्तों से चल रही थी। सैनिकों ने कठोर प्रशिक्षण लिया था।

इजरायली सेना की बड़ी कामियाबी

आईडीएफ ने 8 जून को एक्स पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें अधिकारी गाजा से चार बंधकों में से तीन को बचाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में अल्मोग, श्लोमी और एंड्री को इजरायली सेना के साथ तैनात एक हेलीकॉप्टर की ओर भागते हुए देखा जा सकता है। जैसे ही अधिकारी और बंधक हेलीकॉप्टर में सवार होते हैं, हेलीकॉप्टर उड़ान भरता है इसके साथ ही वीडियो में लिखा था, “हम उन्हें वापस घर ला रहे हैं।

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वहीं आगे इस मामले में बताया गया कि चार में से तीन बंधकों को बचा लिया गया है।” रियर एडमिरल डेनियल हैगरी ने कहा कि इस ऑपरेशन में 100 से कम फिलिस्तीनी मारे गए हैं। बंधकों को नागरिक इमारतों में बंदी बनाकर रखा गया था। खुफिया एजेंसी ने नुसरत में स्थित दो इमारतों के बारे में जानकारी दी थी। यहां परिवार हथियारबंद गार्डों के साथ रह रहे थे। उन्होंने कहा कि यह समझना होगा कि वे बंधकों को एक फ्लैट से दूसरे फ्लैट में ले जा रहे हैं। उन्हें छुड़ाना बहुत बड़ा जोखिम था।