India News (इंडिया न्यूज), Israel-Hamas War: कोई भी युद्ध तबाही अपने साथ लेकर आती है। इस वक्त जैसे हालात इजरायल और फिलिस्तीन की बीच हैं वो काफी है ये बताने के लिए तबाही किसे कहते हैं। ना जानें इस पर विराम कब लगेगा। अब गाजा की ओर एक और नई बड़ी तबाही बढ़ने वाली है। जिसकी चेतावनी इजरायल की सेना की ओर से दी गई है। दरअसल इजरायल गाजा पर आखिरी हमले की तैयारी में है। अगर ये हमला होता है तो हालात और भी बद से बदतर हो जाएंगे।  जिले लेकर गाजा के चिकित्सकों ने रविवार को आगाह किया है और कहा है कि ”अगर घायलों से भरे अस्पतालों में ईंधन, दवा और बुनियादी आपूर्ति खत्म हो गई, तो हजारों मरीज काल के गाल में समा जाएंगे। जान लें कि इजराइल के हमले से पहले नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षित स्थान की तलाश में संघर्ष करना पड़ रहा है।”

पिछले सप्ताह ही हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था। जवाबी हमले में इजरायल ने पूरे गाजा क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। इजरायली सेना ने उत्तरी इलाकों को खाली कर फिलस्तीनियों को दक्षिण की ओर जाने के लिए आदेश दिए थे। इन इलाकों में अमेरिकी युद्धपोतों की तैनाती बढ़ा दी गई है जिसके बाद  इजराइली सेना गाजा की सीमा पर लामबंद हो चुकी है।

मौत का आंकड़ा भयावह

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान आया है कि  ”लड़ाई शुरू होने के बाद से 2,329 फलस्तीनी मारे गए हैं।” जान लें कि मौत का यह आंकड़ा 2014 में इजरायल-गाजा के बीच छिड़े युद्ध से भी ज्यादा है। यह युद्ध छह सप्ताह से अधिक समय तक चला था।

संयुक्त राष्ट्र के साथ सहायता समूहों ने कहा है कि इतनी तेजी से पलायन, साथ ही 40 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र की इजरायल द्वारा पूरी घेराबंदी के कारण भीषण मानवीय संकट होगा। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा का एकमात्र बिजली संयंत्र ईंधन की कमी के कारण पूरी तरह से बंद हो गया है।”

अस्पतालों की हालत खराब

आशंका है कि गाजा के अस्पतालों में भी दो दिन के अंदर जनरेटर का ईंधन खत्म हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो हजारों मरीजों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा.। खान यूनिस में नासिर अस्पताल की बात करें तो यहां गहन देखभाल कक्ष (आईसीयू) घायल मरीजों से भरे हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर तीन साल से कम उम्र के बच्चे हैं। यहां पर आईसीयू में 35 मरीज वेंटिलेटर पर और अन्य 60 डायलिसिस पर हैं।

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